बेंगलुरु, 17 मई (भाषा) बेंगलुरु होलसेल क्लॉथ मर्चेंट्स एसोसिएशन (बीडब्ल्यूसीएमए) ने तुर्किये और अजरबैजान के साथ सभी कपड़ा आयात-निर्यात संबंध तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का निर्णय लिया है। यह कदम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद दोनों देशों द्वारा पाकिस्तान का समर्थन किए जाने के विरोध में उठाया गया है।
बीडब्ल्यूसीएमए ने कहा कि यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है।
संगठन के अध्यक्ष प्रकाश पिरगल ने एक बयान में कहा, ‘‘यह सामूहिक निर्णय गहन विचार-विमर्श के बाद लिया गया है, जो हमारी नैतिक व्यापार नीतियों, राष्ट्रीय भावना और व्यापारिक समुदाय के हितों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। कपड़ा व्यापार क्षेत्र के जिम्मेदार हिस्सेदार होने के नाते, हमें लगता है कि जरूरत पड़ने पर सिद्धांतों पर आधारित ठोस कदम उठाना जरूरी होता है।’’
पिरगल ने बयान में कहा, ‘‘इसी के तहत हमारे सभी सदस्यों ने इस बात पर सहमति जताई है कि हमारे सभी सदस्य अब तुर्किये और अजरबैजान से किसी भी प्रकार का कपड़ा आयात नहीं करेंगे और न ही उन देशों को कोई निर्यात किया जाएगा। साथ ही, किसी तीसरे देश या बिचौलियों के जरिए भी इन देशों से संबंधित कोई व्यापार नहीं किया जाएगा।’’
बयान में कहा गया, ‘‘यह निर्णय अगली सूचना तक प्रभावी रहेगा, और इसमें किसी भी प्रकार का संशोधन केवल संघ की संचालन समिति द्वारा आधिकारिक रूप से सूचित किया जाएगा।’’
पिरगल ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘बीडब्ल्यूसीएमए बेंगलुरु की लगभग 3,000 थोक कपड़ा दुकानों का संघ है। इन देशों के साथ हमारा व्यापार करोड़ों रुपये में है। वहां से बड़ी मात्रा में कपड़ा सामग्री आयात की जाती है और निर्यात भी होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन दोनों देशों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद खुले तौर पर पाकिस्तान का समर्थन किया है। हम भारत सरकार के साथ खड़े हैं, हमारे लिए देश पहले आता है। याद कीजिए, जब तुर्किये में भूकंप आया था, तब भारत ने सबसे पहले वहां जाकर मानवीय सहायता पहुंचाई थी, लेकिन अब वही देश पाकिस्तान के साथ खड़े हैं, जिसने हमारे लोगों को मारने के लिए आतंकवादी भेजे।’’
भाषा योगेश नेत्रपाल
नेत्रपाल
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.