बेंगलुरु, 23 नवंबर (भाषा) पुलिस ने रविवार को कहा कि उसने बेंगलुरु में नकदी भरे वाहन से 7.11 करोड़ रुपये की लूट के मामले में सातवें संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है।
इसने बताया कि संदिग्ध इस मामले में पहले से ही गिरफ्तार एक व्यक्ति का रिश्तेदार बताया जा रहा है। यह गिरफ्तारी शनिवार देर रात की गई।
पुलिस ने शनिवार को दक्षिण बेंगलुरु में 19 नवंबर को हुई लूट के सिलसिले में छह लोगों की गिरफ्तारी और लूटे गए कुल 7.11 करोड़ रुपये में से 6.29 करोड़ रुपये बरामद होने की घोषणा की।
गिरफ्तार लोगों में नकदी पहुंचाने वाली कंपनी सीएमएस इन्फो सिस्टम्स के पूर्व कर्मचारी और शहर के गोविंदपुरा थाने में तैनात पुलिस कांस्टेबल अन्नप्पा नाइक शामिल है।
इस बीच, गृह मंत्री जी परमेश्वर ने रविवार को सातवीं गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए, इसमें शामिल अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी और शेष राशि की बरामदगी का भरोसा जताया।
उन्होंने कहा, ‘‘बेंगलुरु में 7.11 करोड़ रुपये की लूट के आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है और सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कुछ और लोगों की गिरफ्तारी होनी बाकी है। पुलिस विभाग का एक व्यक्ति भी इसमें शामिल है। अपराधियों को पकड़ने के लिए तीन-चार टीम गठित की गई हैं।’’
शहर की पुलिस और आयुक्त की सराहना करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि दो संयुक्त आयुक्त, दो पुलिस उपायुक्त और 200 से अधिक कर्मचारी जांच एवं अभियान में शामिल रहे।
उन्होंने कहा कि इस घटना से शहर की बदनामी हुई है और यह पुलिस के लिए एक चुनौती थी।
लूटे गए 7.11 करोड़ रुपये में से 6.29 करोड़ रुपये बरामद कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘शेष राशि का पता लगाया जा रहा है और उसे भी बरामद करने के प्रयास जारी हैं।’’
गृह मंत्री ने कहा कि विभाग को सतर्क रहने और ऐसी गतिविधियों में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक और कानूनी कार्रवाई के जरिये सख्ती बरतने के निर्देश दिए जाएंगे।
क्या सीएमएस इन्फो सिस्टम्स की ओर से कोई चूक हुई है, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘इन सभी बातों की जांच की जा रही है। वे आरबीआई के दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं या नहीं, इसकी जांच की जाएगी। उन्हें क्या दिशानिर्देश दिए जाने चाहिए या उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी चाहिए, इस पर विचार किया जाएगा।’’
भाषा संतोष नेत्रपाल
नेत्रपाल
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