कोलकाता, 18 मार्च (भाषा) कोविड-19 महामारी के चलते त्योहारों का उत्साह दो साल तक फीका रहने के बाद इस बार ‘इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शिसनेस’ (इस्कॉन) के वैश्विक मुख्यालय मायापुर में शुक्रवार को पूरे उमंग के साथ डोल यात्रा या होली मनाई गई।
इस अवसर पर हरे कृष्णा के उदघोष की धुन पर करीब एक लाख श्रद्धालु एक दूसरे को रंग लगाते और थिरकते नजर आए।
इस्कॉन के प्रवक्ता सुब्रत विश्वास ने बताया कि धार्मिक संगठन ने इस अवसर पर 15 वीं सदी के संत चैतन्य महाप्रभु की 536वीं जयंती भी मनाई।
दिन में 92 देशों के श्रद्धालुओं ने प्रार्थना की और उनमें से कुछ मंदिर परिसर के मौसमी फूलों से विभूषित देखे गये।
पुजारी ने ढोल की परंपरागत थाप के बीच शंख बजाया और आरती की, जिसके बाद श्रद्धालुओं ने गुलाल से होली खेली।
रामकृष्ण मठ एवं मिशन के वैश्विक मुख्यालय बेलूर मठ में भी डोत्रा यात्रा के अवसर पर मंत्रोच्चार किया गया।
मठ के प्रवक्ता ने बताया कि हालांकि, महामारी के अभी खत्म नहीं होने का हवाला देते हुए लगतार तीसरे साल भी आगंतुकों का प्रवेश निषिद्ध रखा गया।
भाषा सुभाष पवनेश
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