कोलकाता, 24 अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई को रविवार को उस समय असहज स्थिति का सामना करना पड़ा, जब पार्टी विधायक सुब्रत ठाकुर ने अपने भाई एवं केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर पर मतुआ समुदाय के लिए जाति प्रमाण पत्र और ‘मतुआ कार्ड’ जारी करने में अनियमितता का आरोप लगाया।
यह समुदाय राज्य में पिछड़ी नामशूद्र जाति से संबंध रखता है और सुधारवादी वैष्णव हिंदू धर्म अनुयायी है। यह समूह विभाजन के बाद और 1971 के युद्ध के दौरान पूर्वी पाकिस्तान से पलायन करके आया था।
गायघाटा से भाजपा विधायक सुब्रत ठाकुर ने ठाकुरनगर में मतुआ मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि शांतनु ठाकुर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत प्रदान किए गए लाभों से ‘‘वास्तविक समुदाय के सदस्यों को वंचित’’ कर रहे हैं।
सुब्रत ने दावा किया, ‘‘अखिल भारतीय मतुआ महासंघ के नाम से कार्ड जारी किए जा रहे हैं और प्रमाण पत्र दिए जा रहे हैं, लेकिन समुदाय के असली सदस्य अब भी लाभ का इंतज़ार कर रहे हैं। शांतनु राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक भावनाओं का दोहन कर रहे हैं। लोगों को हर दिन गुमराह किया जा रहा है।’’
केंद्रीय मंत्री और बनगांव से लोकसभा सदस्य शांतनु ठाकुर ने आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि वह पूरी तरह से मतुआ समुदाय के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ये आरोप राजनीतिक द्वेष के कारण लगाए गए हैं। सुब्रत सत्ता चाहते हैं और तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। वह मंत्री न होने से निराश हैं, लेकिन मतुआ समाज मेरे साथ मजबूती से खड़ा है।’’
सुब्रत ने इसके जवाब में कहा कि उनके भाई ने हरिचंद-गुरुचंद मंदिर पर जबरन पूरा नियंत्रण कर लिया है तथा समुदाय के अन्य सदस्यों को बेदखल कर दिया है एवं केवल अपने समर्थकों को ही उसमें प्रवेश की अनुमति दी है।
सुब्रत ने कहा, ‘‘वह तानाशाह की तरह काम कर रहे हैं। हम ऐसा नहीं होने देंगे।’’
सुब्रत ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य ममताबाला ठाकुर (उनकी चाची), तृणमूल विधायक मधुपर्णा ठाकुर (उनकी बहन) और अपनी मां छविरानी ठाकुर से मुलाकात की और ‘‘मतुआ अधिकारों की रक्षा’’ करने तथा मंदिर पर कथित रूप से कब्जा होने से रोकने के तरीकों पर चर्चा की।
ममताबाला ने दावा किया, ‘‘शांतनु आम मतुआ श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दे रहे हैं और मैंने केवल सुब्रत की मांग का समर्थन किया है।’’
इस बीच, ठाकुर बंधुओं के पिता मंजुलकृष्ण ठाकुर शांतनु के समर्थन में सामने आए और कहा, ‘‘शांतनु के खिलाफ झूठ और झूठी बातें फैलाई जा रही हैं, जो केंद्रीय मंत्री के रूप में हर वास्तविक मतुआ की पहचान, अधिकार और भलाई सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।’’
भाषा धीरज सुरेश
सुरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.