कोलकाता, 16 अप्रैल (भाषा) पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट पर उपचुनाव में तृणमूल उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा करीब 2.3 लाख मतों के बड़े अंतर से आगे हैं और बालीगंज विधानसभा क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो भी जीत की ओर अग्रसर हैं।
अपराह्न दो बजे के आंकड़ों के अनुसार, आसनसोल सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अभिनेता सिन्हा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अग्निमित्रा पॉल से बड़े अंतर से आगे हैं। सिन्हा को 5,45,818 मत और पॉल को 3,15,283 मत मिले हैं। भाजपा ने 2019 लोकसभा चुनाव में इस सीट पर जीत हासिल की थी।
बालीगंज में तृणमूल उम्मीदवार एवं गायक से नेता बने बाबुल सुप्रियो मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की सायरा शाह हलीम से आगे हैं। सुप्रियो को 40,623 और हलीम को 28,515 मत मिले। दिलचस्प बात यह है कि माकपा भाजपा की केया घोष से आगे है। घोष को 8,094 मत मिले। इससे माकपा के इस दावे को बल मिला कि वह पुनरुत्थान की राह पर है।
आसनसोल लोकसभा सीट बाबुल सुप्रियो के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से तृणमूल कांग्रेस में जाने के बाद सांसद पद से इस्तीफा देने के कारण खाली हुई थी।
वहीं, बालीगंज के विधायक एवं राज्य सरकार में मंत्री सुब्रत मुखर्जी के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी। दोनों सीटों पर उपचुनाव के लिए 12 अप्रैल को मतदान हुआ था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने आसनसोल लोकसभा सीट और बालीगंज विधानसभा सीट पर तृणमूल उम्मीदवारों को निर्णायक जनादेश देने के लिए मतदाताओं को धन्यवाद दिया।
बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं आसनसोल संसदीय सीट और बालीगंज विधानसभा सीट पर एआईटीसी पार्टी उम्मीदवारों को निर्णायक जनादेश देने के लिए मतदाताओं को धन्यवाद देती हूं।’’
तृणमूल नेता फिरहाद हकीम ने कहा कि भाजपा के खराब प्रदर्शन का कारण बढ़ती बेरोजगारी एवं महंगाई तथा भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जाना है।
तृणमूल समर्थकों ने ‘जय बांग्ला’ और भाजपा समर्थकों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप के कारण दोनों के बीच संघर्ष नहीं हुआ।
भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि राज्य में सत्ता में मौजूद पार्टी आमतौर पर उपचुनाव जीतती है।
भाषा सिम्मी पवनेश
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