चंडीगढ़, एक मई (भाषा) पंजाब और हरियाणा के बीच जल बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के राज्यसभा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) द्वारा सीमावर्ती राज्य (पंजाब) के हिस्से का एक भी बूंद पानी (हरियाणा को) नहीं दिया जाएगा।
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब बीबीएमबी ने बुधवार को यहां आयोजित बैठक में हरियाणा को 8,500 क्यूसेक पानी छोड़ने का निर्णय लिया है।
हरियाणा को पानी छोड़ने का निर्णय पंजाब सरकार द्वारा बीबीएमबी के कदम पर कड़ी आपत्ति जताने के बावजूद लिया गया, जिसमें दावा किया गया था कि पड़ोसी राज्य पहले ही अपने हिस्से का पानी उपयोग कर चुका है।
एक बयान में बिट्टू ने कहा कि उन्होंने बीबीएमबी के चेयरमैन से बात की, जिन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि पंजाब के कोटे से कोई अतिरिक्त पानी नहीं छोड़ा जा रहा है।
बिट्टू ने कहा कि जब वह आनंदपुर साहिब के सांसद थे, तो उन्होंने बीबीएमबी की बैठकों में भाग लिया था और इसके कार्यों से अच्छी तरह परिचित थे।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पंजाब और हरियाणा के बीच जल बंटवारे का विवाद पहले से ही सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है और यदि हरियाणा को अधिक पानी की आवश्यकता है तो उसे न्यायालय का दरवाजा खटखटाना चाहिए।
केंद्रीय रेल एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री बिट्टू ने कहा, “एक केंद्रीय मंत्री के तौर पर मैं स्पष्ट तौर पर कहता हूं कि पंजाब के हिस्से का उचित पानी किसी भी हालत में (दूसरे को) नहीं दिया जाएगा।”
पंजाब और हरियाणा के बीच जल बंटवारे के मुद्दे पर एक नया विवाद खड़ा हो गया जब सीमावर्ती राज्य की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने भाजपा शासित हरियाणा को और अधिक पानी देने से इनकार कर दिया और दावा किया कि पड़ोसी राज्य ने पहले ही अपने आवंटित हिस्से का 103 प्रतिशत पानी इस्तेमाल कर लिया है।
बिट्टू ने हालांकि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की आलोचना करते हुए कहा कि वह “राजनीतिक लाभ” के लिए जल मुद्दे को कथित तौर पर “नाटकीय” बना रहे हैं।
बिट्टू ने जल मुद्दे पर मान के “आक्रोश” को “नाटक” और “राजनीति से प्रेरित” बताया तथा कहा कि यह ऐसे समय में “ध्यान भटकाने वाला” है जब पूरा देश राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर एकजुट है।
बिट्टू ने आरोप लगाया, “जबकि पूरा देश राष्ट्रीय सुरक्षा जैसी गंभीर चिंताओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, वहीं मान पानी पर अनावश्यक नाटक करके ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।”
बिट्टू ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर किसानों की मांगों को लेकर केंद्र सरकार और किसानों के बीच चल रही बातचीत को पटरी से उतारने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।
भाषा प्रशांत सुरेश
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