बरेली/बलरामपुर, 28 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के समर्थन में शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में मौलवी तौकीर रजा खान की गिरफ्तारी के एक दिन बाद रविवार को जिले में शांति रही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अराजकता की किसी भी हरकत के ऐसे नतीजे होंगे, जिन्हें ऐसा करने वालों की आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी।
बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान का आह्वान करने वाले इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान की गिरफ्तारी के बाद उत्पन्न स्थिति को नियंत्रित करने के लिये रविवार को भी कड़ी सुरक्षा के बीच व्यापक पुलिस गश्त और फ्लैग मार्च किया गया।
इस बीच, बलरामपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शांति भंग करने की कोशिश करने वालों को सख्त चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि अराजकता की किसी भी हरकत के ऐसे परिणाम होंगे, जिन्हें ऐसा करने वालों की पीढ़ियां भी याद रखेंगी।
मौलाना तौकीर रजा खान की शनिवार को गिरफ्तारी के बाद शाहजहांपुर, पीलीभीत और अन्य जिलों में प्रशासन हाई अलर्ट पर है।
खान को शुक्रवार को बरेली के कोतवाली क्षेत्र में जुमे की नमाज के बाद एक मस्जिद के बाहर लोगों की भीड़ और पुलिस के बीच झड़प के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था।
भीड़ खान द्वारा प्रस्तावित प्रदर्शन को रद्द किए जाने से कथित तौर पर नाराज थी।
खान ने दावा किया था कि जिला प्रशासन ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी थी।
अधिकारियों ने बताया कि खान सहित 180 नामजद और 2500 अज्ञात ‘दंगाइयों’ के खिलाफ कोतवाली, प्रेमनगर, बारादरी, कैंट और किला समेत शहर भर के विभिन्न थानाक्षेत्रों में हिंसा भड़काने, तोड़फोड़, दंगा, पथराव व धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत 10 मामले दर्ज किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि दोषियों को पकड़ने के लिए रात भर घर-घर छापेमारी की गई।
अधिकारियों ने बताया कि रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, बदायूं, संभल, बिजनौर, अमरोहा और फतेहगढ़ सहित पड़ोसी जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
उन्होंने बताया कि इन जिलों में मौलाना तौकीर रजा खान के बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, बरेली में भी इंटरनेट सेवाओं को 48 घंटों के लिए निलंबित कर दिया गया और अति संवेदनशील दरगाह-ए-आला हजरत के आसपास के इलाके को सुरक्षा किले में तब्दील कर दिया गया।
बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया, “पुलिस ने शुक्रवार रात से शनिवार तक 39 दंगाइयों को गिरफ्तार किया है।”
उन्होंने बताया कि मौलाना तौकीर रजा खान और सात सह-आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश किया गया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
हालांकि बाद में रजा खान को फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार भेज दिया गया।
मंडलायुक्त भूपेंद्र एस. चौधरी, अपर पुलिस महानिदेशक रमित शर्मा, पुलिस उप महानिरीक्षक अजय साहनी, जिलाधिकारी अविनाश सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य और अपर पुलिस अधीक्षक मानुष पारीक सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने रविवार को कानून-व्यवस्था पर कड़ी नजर रखने के लिए अति संवेदनशील इलाकों का दौरा किया।
उपमहानिरीक्षक साहनी ने बताया कि शहर में तोड़फोड़ में शामिल लोगों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
साहनी ने संवाददाताओं को बताया, “गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से बोतलें, कारतूस, पुरानी चप्पलें और बोरियों में भरी ईंटें बरामद की गई। शहर में शांति है और सात हजार पुलिसकर्मी और अर्द्धसैनिक बल शहर में तैनात हैं। रविवार को शहर में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।”
इस बीच, मुख्यमंत्री ने बलरामपुर में कहा, “अगर कोई त्योहारों के आनंद और उत्साह के दौरान उत्पात मचाने की कोशिश करेगा तो उसे इसकी ऐसी कीमत चुकानी पड़ेगी कि आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी।”
उन्होंने कहा, “गजवा-ए-हिंद हिंदुस्तान की धरती पर नहीं होगा। गजवा-ए-हिंद की कल्पना करना या उसका सपना देखना भी नरक के टिकट का रास्ता बना देगा। अगर कोई नरक जाना चाहता है तो वह गजवा-ए-हिंद के नाम पर अराजकता फैलाने की कोशिश करे।”
आदित्यनाथ ने कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार अराजकता को बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने जोर देकर कहा, “जो कोई भी कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा, जो कोई भी किसी राह चलने वाले पर हमला करेगा, जो कोई भी किसी बेटी पर बुरी नजर डालेगा और… जो कोई भी त्योहारों के दौरान पत्थरबाजी करेगा, हम उसे नरक का एकतरफा टिकट देंगे।”
आदित्यनाथ ने कहा, “लातों के भूत बातों से नहीं मानते। उन्हें लगता है कि सरकार उनके आगे झुक जाएगी लेकिन पहले दिन से ही ‘डबल इंजन’ वाली सरकार अपराध, अपराधियों, देशद्रोहियों और राष्ट्रद्रोहियों के प्रति कोई नरमी नहीं बरतने की नीति पर प्रतिबद्ध है।”
उन्होंने कहा, “ये लोग यह भी नहीं जानते कि आस्था के प्रतीक सम्मान के पात्र हैं, प्रेम के नारे लगाने के नहीं। आस्था चौराहे पर प्रदर्शन के लिए नहीं बल्कि अंतरात्मा का विषय है।”
इस बीच, बरेली से सटे शाहजहांपुर जिले के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बरेली में हुई हिंसा के मद्देनजर पुलिस सोशल मीडिया मंचों पर कड़ी नजर रख रही है।
भाषा सं. आनन्द सलीम जितेंद्र
जितेंद्र
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