नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) एक बार निकाय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि देश भर के छात्र बल्कि विद्यालय गणवेश पहनें, हिजाब या बुर्का नहीं क्योंकि “सामान्य धर्मनिरपेक्ष संस्थानों” में इसकी अनुमति नहीं है।
ऑल इंडिया बार एसोसिएशन ने दावा किया कि “असामाजिक तत्व” शैक्षणिक संस्थानों के निर्धारित “धर्मनिरपेक्ष ड्रेस कोड” के स्थान पर मुस्लिम छात्रों को नकाब, हिजाब, बुर्का आदि पहनने के लिए गुमराह करके शैक्षणिक संस्थानों में धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।
पत्र में कहा गया है कि धार्मिक शिक्षण संस्थानों के प्रबंधन को अपने धर्म के सिद्धांतों के अनुसार संस्थान चलाने का अधिकार दिया गया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष एसी अग्रवाल ने कहा, “इसलिए मदरसों का प्रबंधन छात्रों के लिए हिजाब और नकाब सहित कोई भी धार्मिक ड्रेस कोड निर्धारित कर सकता है।”
उन्होंने कहा कि मुस्लिम मदरसों में नकाब और हिजाब की अनुमति है, न कि सामान्य धर्मनिरपेक्ष शिक्षण संस्थानों में।
इसने दावा किया कि भारत के नागरिकों को अपने धार्मिक स्थानों में अपनी धार्मिक प्रथाओं का पालन करने का अधिकार है, न कि धर्मनिरपेक्ष स्थानों पर जहां एक ‘ड्रेस कोड’ निर्धारित है।
भाषा
प्रशांत पवनेश
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