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Friday, 29 March, 2024
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दलित नेता का अपमान करने के मामले में बलिया के डीएम ने ट्विटर पर मांगी माफी

जिलाधिकारी भवानी सिंह ने मिड-डे-मील में जातिगत भेदभाव की शिकायत की जांच के दौरान बसपा नेता से अपमानजनक व्यवहार और कार्यकर्ताओं से नोक-झोक के कारण ट्विटर पर काफी ट्रोल होना पड़ा था.

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बलिया : उत्तर प्रदेश में बलिया के जिलाधिकारी (डीएम) भवानी सिंह को मिड-डे-मील में जातिगत भेदभाव की शिकायत की जांच के दौरान 29 अगस्त को बसपा नेता से अपने व्यवहार और कार्यकर्ताओं से नोक-झोक करने के कारण ट्विटर पर काफी ट्रोल होना पड़ा, जिसके बाद उन्होंने माफी मांग ली है. उन्होंने ट्विटर पर माफी मांगते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी टैग किया है.

जिलाधिकारी ने लिखा, ‘जांच के दौरान वहां मौजूद लोगों को अपमानित करना मेरी भूल थी. मैं हृदय की गहराई से हाथ जोड़कर उनसे, उनके परिवारजनों और उन सभी से माफी मांगता हूं, जिन्हें मेरा आचरण किसी समाज या बिरादरी के प्रति असम्मानजक लगा हो.’

जिलाधिकारी ने लिखा, ‘इस मामले में सोशल मीडिया पर आई प्रतिक्रियाओं में कई आईना दिखाने वाली थीं. सही बात है कि समस्या प्रस्तुत करने वाले व्यक्ति को प्रशासनिक व्यक्ति से उचित सम्मान मिलना चाहिए, जो उस दिन नहीं मिला. यह मेरी गलती थी. किसी व्यक्ति की घड़ी, जूते या गाड़ी की बात करना भी बचपना था.’

उन्होंने कहा कि घटना के दौरान ऐसा नहीं लगा, पर अब ऐसा महसूस हो रहा है. डीएम भवानी सिंह रामपुर सरकारी स्कूल में मिड डे मील परोसने में भेदभाव की शिकायत की जांच के लिए पहुंचे थे.

गौरतलब हो कि जिलाधिकारी ने बसपा नेता मदन राम के जूते दिखाते हुए उसकी कीमत और हाथ पकड़कर घड़ी की कीमत पूछी थी. इसके बाद बसपा नेता के कंधे पर हाथ रखकर स्कूल के अंदर जाकर साथ में सत्यता का पता लगाने का अनुरोध किया था.

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बसपा नेता इस पर तैयार नहीं हुए तो डीएम ने पूछा था, ‘आपका काम सिर्फ तमाशा करना है?’ बसपा नेता ने इसे अपने साथ दुर्व्यवहार बताते हुए इसे एक दलित का अपमान बताया था.

डीएम और बसपा नेता का यह वीडियो वायरल होने के बाद दलित संगठन भी मुखर हो गए. इस प्रकरण के बाद सोशल मीडिया में काफी हंगामा करते हुए लोगों ने जिलाधिकारी को जूतों और गाड़ियों के साथ अपनी तस्वीर भेजनी शुरू कर दीं. इसके बाद डीएम ने खुद माफीनामा जारी कर दिया.

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