बेंगलुरु, 15 मई (भाषा) अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने स्कूल के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली लड़कियों की मदद के लिए बृहस्पतिवार को अजीम प्रेमजी छात्रवृत्ति की घोषणा की।
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुराग बेहर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए बताया कि उन्होंने 18 राज्यों को लेकर फैसला किया है जिनमें अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, ओडिशा, राजस्थान, सिक्किम, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड शामिल हैं।
बेहर ने कहा, ‘‘इन राज्यों को इसलिए चुना गया क्योंकि हमारे पास इन राज्यों में ज़्यादा भागीदार और ज़्यादा जमीनी मौजूदगी है। हमारा इरादा अगले शैक्षणिक वर्ष या उसके बाद के वर्ष तक इसे पूरे देश में विस्तारित करना है।’’
उन्होंने कहा कि इसके लिये बहुत ही सरल पात्रता मानदंड हैं। बेहर ने कहा, ‘‘जिन लड़कियों ने सरकारी स्कूलों में कक्षा 10 और 12 की पढ़ाई की है और डिग्री या डिप्लोमा कार्यक्रम में किसी प्रामाणिक उच्च शिक्षा संस्थान में दाखिला लिया है, वे इसके लिए पात्र हैं।’’
चयनित छात्रों को प्रति वर्ष 30,000 रुपये मिलेंगे, जो दो किस्तों में देय होंगे।
बेहर ने कहा, ‘‘एक साल पूरा होने के बाद, और एक बार यह सत्यापित हो जाने के बाद कि वे अपनी शिक्षा जारी रख रही हैं, अगला चक्र शुरू होगा। यह तब तक जारी रहेगा जब तक वे अपना कोर्स पूरा नहीं कर लेंती।’’
बेहर ने कहा कि लगभग 2.5 लाख छात्राओं को प्रायोजित किया जाएगा।
भाषा रंजन अविनाश
अविनाश
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