अयोध्या (उप्र), 24 अगस्त (भाषा) इस साल दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या को एक अनूठा उपहार मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर तैयार हो रहे एक भव्य ‘वैक्स म्यूजियम’ का लोकार्पण दीपोत्सव के दिन किया जाना प्रस्तावित है।
राज्य सरकार द्वारा यहां जारी एक बयान के मुताबिक, यह संग्रहालय श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के परिक्रमा मार्ग पर 10 हजार वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में बन रहा है। इसमें भगवान राम सहित रामायण के करीब 50 प्रमुख पात्रों की मोम की प्रतिमाएं प्रदर्शित की जाएंगी। इस परियोजना पर अब तक करीब 7.5 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं।
बयान में कहा गया कि सरकार ने अयोध्या को वैश्विक पर्यटन के नक्शे पर स्थापित करने के लिए कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की शुरुआत की है और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के बाद से अयोध्या में श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
इसमें कहा गया कि इस ‘वैक्स म्यूजियम’ के निर्माण से न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि यह रामायण के मूल्यों एवं भारतीय संस्कृति को विश्व पटल पर और अधिक प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करेगा।
इसमें कहा गया कि यह संग्रहालय अयोध्या के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
बयान के अनुसार, परिक्रमा मार्ग पर बन रहा ‘वैक्स म्यूजियम’ आधुनिक तकनीक और कला का अनूठा संगम होगा। करीब 10 हजार वर्ग फुट के क्षेत्र में फैले इस संग्रहालय में प्रवेश करते ही पहले भगवान राम का मंदिर मिलेगा। अंदर रामायण के 50 प्रमुख पात्रों की मोम की प्रतिमाएं प्रदर्शित की जाएंगी। इनमें भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान, सुग्रीव, जटायु जैसे पात्र शामिल होंगे।
इसमें कहा गया कि इन प्रतिमाओं को बनाने में महाराष्ट्र की एक संस्था केरल के विशेषज्ञों की सेवाएं ले रही हैं, ताकि पात्रों के भाव, वेशभूषा और ऐतिहासिक संदर्भों को पूरी तरह से जीवंत किया जा सके।
बयान के अनुसार, संग्रहालय में रामायण के प्रमुख प्रसंगों को भी दृश्यात्मक रूप से प्रस्तुत किया जाएगा, जैसे राम-रावण युद्ध, सीता हरण, हनुमान की लंका यात्रा और राम-सेतु निर्माण। इन दृश्यों को देखकर आगंतुकों को ऐसा प्रतीत होगा मानो वे रामायण काल में पहुंच गए हों।
नगरायुक्त जयेंद्र कुमार ने बताया कि संग्रहालय में आधुनिक तकनीकों जैसे श्रव्य-दृश्य प्रभाव और ‘इंटरैक्टिव डिस्प्ले’ का भी उपयोग किया जाएगा, जो बच्चों और युवाओं को विशेष रूप से आकर्षित करेगा। अब तक इस परियोजना पर करीब 7.5 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। संग्रहालय का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है और इसे दीपोत्सव 2025 के अवसर पर जनता के लिए खोलने की योजना है।
भाषा सलीम शफीक नेत्रपाल
नेत्रपाल
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