अयोध्या (उप्र), चार मई (भाषा) अयोध्या में राम मंदिर परिसर के आधे से अधिक हिस्से को हरित क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी जाएगी। मंदिर ट्रस्ट ने रविवार को यह जानकारी दी।
राम मंदिर का प्रबंधन करने वाले ट्रस्ट श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए राम मंदिर परिसर के 60 प्रतिशत हिस्से को हरित क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने पर्यावरण स्थिरता के लिए प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा कि अयोध्या शहर में किसी भी तरह के प्रदूषण को रोकने के लिए पूरा मंदिर परिसर शून्य-निर्वहन नीति का पालन करेगा।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर परिसर में 60 प्रतिशत हिस्से को हरित क्षेत्र के तौर पर विकसित करने की योजना है।
उनके मुताबिक, इस योजना के तहत, परिसर में आठ एकड़ में “पंचवटी उद्यान” बनाया जाएगा, जिसमें फलदार और रामायण कालीन वृक्ष लगाए जाएंगे।
इन उद्यानों और परिसर के अन्य पर्यावरणीय पहलुओं के विकास और रखरखाव की जिम्मेदारी जीएमआर समूह को सौंपी गई है।
मिश्रा ने बताया कि जीएमआर अगले पांच वर्षों तक उद्यान के विकास और उसके रखरखाव की देखरेख करेगा।
भाषा सं. आन्द नोमान
नोमान
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