गुवाहाटी/मोरीगांव, एक जुलाई (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व सरमा ने शुक्रवार को बताया कि मणिपुर के नोनी जिले में रेल निर्माण स्थल पर हुए भूस्खलन की चपेट में आने से असम के एक व्यक्ति की मौत हुई है जबकि 16 अब भी लापता हैं।
उन्होंने बताया कि असम के पांच अन्य लोगों को मलबे से निकाल लिया गया है और उनका मणिपुर में इलाज चल रहा है।
सरमा पड़ोसी राज्य में भूस्खलन की वजह से फंसे लोगों को निकालने के लिए चल रहे बचाव कार्य की देखरेख के लिए अपने कैबिनेट मंत्री पीयूष हजारिका को भेज रहे हैं।
गौरतलब है कि मणिपुर के टुपुल यार्ड रेल निर्माण स्थल पर बना शिविर बुधवार रात को भूस्खलन की वजह से मलबे में दब गया था। अब तक मलबे से 10 शवों को निकाला गया है जबकि 55 लोग अब भी लापता हैं।
सरमा ने ट्वीट किया, ‘‘यह जानकर दुखी हूं कि असम के मोरीगांव निवासी एक व्यक्ति ने मणिपुर भूस्खलन में अपनी जान गंवा दी है जबकि पांच का इलाज चल रहा है। राज्य के 16 लोग अब भी लापता हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मंत्रिमंडल में सहयोगी श्री पीयूष हजारिका यथाशीघ्र मणिपुर बचाव कार्य में समन्वय करने के लिए पहुचेंगे।’’
सरमा द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए 22 नामों के मुताबिक मोरीगांव के लावभुरुंगा गांव निवासी गोपाल फुकान की हादसे में मौत होने की पुष्टि की गई है।
हजारिका इस समय नयी दिल्ली में हैं। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’को फोन कॉल पर बताया कि वह शनिवार सुबह मणिपुर पहुंचेंगे।
हजारिका ने कहा, ‘‘ मणिपुर के लिए अगली उड़ान कल सुबह है और उम्मीद है कि पूर्वाह्न 10 बजे तक भूस्खलन स्थल पर पहुंच जाऊंगा।’’
मंत्री ने कहा कि असम सरकार ने मोरीगांव जिले के 22 लोगों की सूची जारी की है लेकिन राज्य के कुछ और लोग भी इसमें हो सकते हैं।
हजारिका ने कहा, ‘‘हम अब भी राज्य के लोगों की सूची (संभावित हादसे के शिकार) बनाने की प्रक्रिया में हैं।’’
मोरीगांव के उपायुक्त पी.आर.घरफालिया शुक्रवार मृतक के आवास पर गए और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की ।
हादसे के शिकार मोरीगांव के सभी लोग मणिपुर में रेलवे लाइन के निमार्ण कार्य में बतौर मजदूर काम कर रहे थे। खबर है कि वे 20 दिन पहले ही मणिपुर काम करने गए थे।
भाषा धीरज नरेश
नरेश
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