scorecardresearch
Saturday, 21 December, 2024
होमदेशलॉकडाउन: बिहार के अररिया में चौकीदार से उठक-बैठक कराना एएसआई को पड़ा भारी, हुआ सस्पेंड

लॉकडाउन: बिहार के अररिया में चौकीदार से उठक-बैठक कराना एएसआई को पड़ा भारी, हुआ सस्पेंड

इस पूरे घटनाक्रम के बाद डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने 50 वर्षीय चौकीदार गणेशलाल को फोन कर जताया अफसोस, कार्रवाई करने का दिया आश्वासान.

Text Size:

नई दिल्ली: बिहार के अररिया जिले से पिछले दो दिन से एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में तीन अधिकारी एक चौकीदार से माफी मंगवाते हुए उठक-बैठक लगवा रहे हैं. सोशल मीडिया पर ये वीडियो फैलने के बाद अररिया प्रशासन ने मामले का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की है.

गौरतलब है कि वायरल वीडियो में एक पदाधिकारी गुस्सें में बुजुर्ग चौकीदार पर चिल्लाते हुए अपने पद का रौब दिखा रहे हैं. साथ ही चौकीदार से 50 बार उठक-बैठक लगाने की बात भी कह रहे हैं. एक एएसआई भी नाराज दिखाई दे रहे हैं. इस दौरान की कई तस्वीरें भी वायरल हुईं जिसमें चौकीदार कृषि अधिकारी के पैर छूकर माफी मांगते हुए दिखाई दे रहा है.

ये चौकीदार 50 वर्षीय गणेशलाल तत्मा हैं जो 17 अप्रैल को दो और सिपाहियों के साथ लॉकाउन के दौरान ड्यूटी दे रहे थे. गणेशलाल पिछले 22 साल से चौकीदार की नौकरी कर रहे हैं. उस दिन की घटना के बारे दिप्रिंट से टेलिफॉनिक बातचीत में बताते हैं, ‘उस दिन हम तीन लोग तैनात थे. सुबह 11 बजे के आसपास तीन बाइक पर लोग जा रहे थे. मेरे सहयोगी चौकीदार ने उनसे हेलमेट और मास्क के बारे में पूछा. उनके पास न ही हेलमेट था और न ही मास्क. इस बात पर वो भड़क गए और आगबबूला हो गए. एक ने बताया कि जानते नहीं हो कि हम कौन हैं. इस पर मेरे सहयोगी ने कहा कि चालान कटवाकर जाइए. इस बात पर वो और भड़क गए और चले गए.’

वो आगे जोड़ते हैं, ‘लेकिन दोपहर के एक बजे के आस पास वो वो पांच-सात आदमियों के साथ दोबारा आए. वो पहचान नहीं पा रहे थे कि किस चौकीदार ने सवाल किया था. इसलिए वो पूछने लगे कि हिम्मत कैसे हुई. इस पर मैंने कह दिया कि साहब लॉकडाउन चल रहा है. हमसे पहचानने में गलती हो गई. इतना कहते ही वो मुझ पर पर ही बरस पड़े. वो मुझसे कहने लगे कि जेल भेज देंगे. माफी मांगो और उठक-बैठक करो. मैं गरीब आदमी हूं. जेल के नाम से डर गया और उनसे माफी मांगने लगा. वो लोग खुद ही वीडियो बना रहे थे. मुझे तो अपने लिए डर लग रहा था.’

अररिया के डीएम प्रशांत कुमार ने दिप्रिंट से बात करते हुए बताया, ‘हमने मामले का संज्ञान लेते हुए एक रिपोर्ट तैयारी की है जिसमें तीन अधिकारियों को दोषी पाया गया. एसपी ने एएसआई को निलंबित कर दिया है जबकि कृषि विभाग से जुड़े दो अधिकारियों के निलंबन को लेकर विभाग को लिखा गया है.’

वहीं एसपी सायली धुरत ने दिप्रिंट को कल बताया कि जैसे ही 20 अप्रैल को वीडियो वायरल हुआ तुरंत डीएम और एसपी की एक टीम गठित की गई. इस मामले पर 21 अप्रैल की शाम को रिपोर्ट आई. इसके बाद हमने एएसआई को तुरंत सस्पेंड किया और बाकी दो अधिकारियों की रिपोर्ट होम डिपार्टमेंट और डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे को भेज दी है. गौरतलब है कि इस पूरे घटनाक्रम के बाद गुप्तेश्वर पांडे ने गणेशलाल को फोन कर कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया.

गणेशलाल इस बारे में बताते हैं, ‘उन्होंने कहा कि हम पूरी जांच करेंगे और जो दोषी पाया जाएगा उसपर विभागीय कार्रवाई करेंगे.’

अररिया पुलिस महकमे में कार्यरत एक पुलिसकर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने इस मामले पर नाराजगी जताई थी. साथ हो उन्होंने होमगार्ड को फोन कर प्रसाशन की तरफ से माफी भी मांगी.

share & View comments