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Friday, 12 December, 2025
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अरुणाचल दुर्घटना: सोनोवाल ने दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति से मुलाकात की

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डिब्रुगढ़/तिनसुकिया, 12 दिसंबर (भाषा) अरुणाचल प्रदेश में हुए सड़क हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई थी और इसमें एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। यह जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को दी।

अधिकारियों ने बताया कि घायल व्यक्ति को डिब्रूगढ़ स्थित असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एएमसीएच) में भर्ती कराया गया है और केंद्रीय मंत्री सरबानंद सोनोवाल उसे देखने पहुंचे।

तिनसुकिया जिला आयुक्त स्वप्ननिल पॉल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बुधेश्वर दीप (23) को शुरू में तिनसुकिया मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए डिब्रूगढ़ भेज दिया।

दीप को देखने के लिए सोनोवाल अस्पताल पहुंचे और अस्पताल अधिकारियों को उसे सर्वोत्तम उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया।

एएमसीएच के अधीक्षक डॉ. ध्रुवज्योति भुइयां ने बताया कि दीप की हालत गंभीर है। भुइयां ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”उन्हें सिर और छाती में गंभीर चोटें आई हैं। फिलहाल हम यह नहीं कह सकते कि वे खतरे से बाहर हैं।”

चिकित्सकों की एक टीम उनकी देखभाल कर रही है।

बुधेश्वर दीप इस दुर्घटना में बच गये और बड़ी मुश्किल से पैदल चलकर निकटतम चिपरा जीआरईएफ शिविर पहुंचे, जिसके बाद पुलिस को जानकारी दी गयी और बचाव अभियान शुरू किया गया।

अरुणाचल प्रदेश के एक सुदूर इलाके में एक ट्रक के खाई में गिरने से उसमें सवार असम के तिनसुकिया जिले के कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग लापता हैं। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति से प्राप्त सूचना के आधार पर बताया था कि राज्य के पूर्वी हिस्से में स्थित अंजॉ जिले के हयूलियांग-चागलागम रोड पर यह दुर्घटना आठ दिसंबर को हुई। इस ट्रक पर 22 मजदूर सवार थे।

तिनसुकिया जिला आयुक्त स्वप्ननिल पॉल ने कहा, ‘‘हमें एकमात्र जीवित व्यक्ति बृहस्पतिवार को अपराह्न तीन बजे मिला और प्रारंभिक उपचार के बाद उसे डिब्रूगढ़ ले जाया गया।’’

उन्होंने कहा कि तिनसुकिया से अधिकारियों की एक टीम शुक्रवार को दुर्घटनास्थल पर पहुंची और ‘हम अंजॉ जिला प्रशासन के संपर्क में हैं’।

असम के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री बिमल बोराह और तिनसुकिया के भाजपा विधायक संजय किशन भी बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए अंजॉ पहुंचे।

दुर्घटना में जान गंवाने वाले राहुल कुमार के भाई ने कहा कि वे अब उनके (राहुल कुमार) शव का इंतजार कर रहे हैं ताकि अंतिम संस्कार किया जा सके।

गंगामणी ने दुर्घटना में अपने इकलौते पुत्र राहुल चेतरिया को खो दिया और वह अब भी यह मानने को तैयार नहीं हैं कि वह अब नहीं रहा।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा बेटा पहली बार राज्य से बाहर दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करने गया था और मुझे यकीन नहीं होता कि वह अब इस दुनिया में नहीं है।’’

दूसरे पीड़ित धीरज की मां दलेश्वरिया चेतरिया ने कहा कि जब तक वह अपने बेटे के शव को नहीं देख लेंगी, उसके निधन को स्वीकार नहीं करेंगी।

सोनोवाल ने गेलापुखुरी चाय बागान में शोकाकुल परिवारों से मुलाकात की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ‘‘सभी सरकारी एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि वे आपस में समन्वय करके तेज और प्रभावी तरीके से राहत एवं बचाव कार्य जारी रखें।’’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

असम के मंत्री केशव महंत और अतुल बोरा ने भी शोकाकुल परिवारों से मुलाकात की और कहा कि मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

भाषा राखी अमित

अमित

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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