scorecardresearch
Monday, 23 December, 2024
होमदेशसीमा पार लगभग 135 आतंकवादी कश्मीर में घुसपैठ करने की फिराक में बैठे हैं: सिंह

सीमा पार लगभग 135 आतंकवादी कश्मीर में घुसपैठ करने की फिराक में बैठे हैं: सिंह

Text Size:

श्रीनगर, 24 जनवरी (भाषा) सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कश्मीर सीमांत के महानिरीक्षक राजा बाबू सिंह ने सोमवार को कहा कि सीमा पार लगभग 135 आतंकवादी भारत में घुसपैठ करने को तैयार बैठे हैं।

हालांकि, उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर स्थिति ‘‘शांतिपूर्ण’’ है। उन्होंने कहा कि घुसपैठ के प्रयास की घटनाओं की संख्या 2021 में पिछले वर्षों की तुलना में कम थी।

बीएसएफ के अधिकारी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘एलओसी पर कुल मिलाकर स्थिति शांतिपूर्ण है। संघर्ष विराम समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद से कश्मीर सीमा पर नियंत्रण रेखा पर शांति की स्थिति है।’’

घुसपैठ के प्रयास की घटनाओं का ब्योरा देते हुए उन्होंने कहा कि 2021 में ऐसी 58 घटनाएं सामने आई थी जिनमें पांच आतंकवादी मारे गए, 21 वापस भाग गये और एक ने आत्मसमर्पण किया।

महानिरीक्षक (आईजी) ने कहा, ‘‘ऐसी खबरें हैं कि 2021 में घुसपैठ की 31, 2019 में 130 और 2020 में 36 घटनाएं हुई हैं।’’

उन्होंने कहा कि 2021 के दौरान, बीएसएफ ने विभिन्न घटनाओं में तीन एके-47 राइफल, छह पिस्तौल, 1,071 गोला-बारूद, 20 हथगोले, दो आईईडी और 17.3 किलोग्राम हेरोइन जब्त की।

उन्होंने कहा कि कहा कि ऐसी खबरें हैं कि नियंत्रण रेखा के पार विभिन्न लॉन्च पैड पर ‘‘104 से 135 आतंकवादी’’ मौजूद हैं और घुसपैठ की फिराक में बैठे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी खबरें भी हैं कि कुछ गाइड यहां से गए हैं और एलओसी पार कर उस तरफ पहुंच गए हैं। इसलिए, हमें उनके लौटने पर उन पर नजर रखने की जरूरत है। उनके परिवारों पर नजर रखने की जरूरत है।’’

सिंह ने कहा कि सेना और बीएसएफ के बीच काफी तालमेल है। उन्होंने कहा, ‘‘जितना अधिक हम क्षेत्र में निगरानी रखेंगे, उनके लिए घुसपैठ करना उतना ही कठिन होगा। हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि कोई घुसपैठ न हो।’’

तालिबान के खतरे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि तालिबान से ”अभी तक ऐसा कुछ नहीं है, लेकिन हम घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं।”

उन्होंने अफगानिस्तान से हथियारों को कश्मीर में लाये जाने की आशंका के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘अभी तक इस संबंध में कुछ भी ठोस जानकारी नहीं है, लेकिन हम इस पर नजर रख रहे हैं। हम कड़ी निगरानी रख रहे हैं।’’

ड्रोन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ड्रोन का खतरा ‘‘बहुत वास्तविक’’ है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल भी, ड्रोन देखे गए थे, लेकिन कोई भी हमारे क्षेत्र के अंदर नहीं पाया था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस साल, हम पर्याप्त उपाय कर रहे हैं, ड्रोन रोधी तकनीकें अपना रहे हैं और हम इससे बहुत प्रभावी ढंग से निपटेंगे।’’

भाषा देवेंद्र माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments