कोलकाता, एक सितंबर (भाषा) भारतीय सेना ने सोमवार को मैदान क्षेत्र में गांधी प्रतिमा के पास तृणमूल कांग्रेस द्वारा बनाए गए मंच को हटाने का काम शुरू कर दिया। यह मंच अन्य राज्यों में पश्चिम बंगाल के बांग्लाभाषी प्रवासी श्रमिकों पर कथित अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन के लिए बनाया गया था।
एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि भारतीय सेना (स्थानीय सैन्य प्राधिकार, कोलकाता) उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार मैदान क्षेत्र में दो दिनों की अवधि के लिए कार्यक्रमों की अनुमति देती है। उन्होंने कहा, ‘तीन दिन से अधिक के कार्यक्रमों के लिए रक्षा मंत्रालय से अनुमति लेनी होती है।’
रक्षा अधिकारी ने कहा, ‘कार्यक्रमों के आयोजन की अनुमति दो दिन के लिए दी गई थी। हालांकि, मंच लगभग एक महीने से लगा हुआ है। अस्थायी ढांचे को हटाने के लिए आयोजकों को कई बार सूचित किया गया लेकिन इसे नहीं हटाया गया।’
उन्होंने कहा कि इसके बाद कोलकाता पुलिस को सूचित किया गया और भारतीय सेना द्वारा मंच को हटाया जा रहा है।
मैदान थाने के एक अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि घटनास्थल पर मौजूद सेना के अधिकारियों ने कहा कि हर सप्ताह के अंत में होने वाले प्रदर्शनों के बाद मंच को हटाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर के पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद थे।
केंद्र पर तृणमूल कांग्रेस को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि ‘भारतीय जनता पार्टी-नीत सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के बाद सेना को तैनात किया है।’
उन्होंने कहा कि पार्टी गांधी प्रतिमा के सामने से धरना स्थल रानी रश्मोनी रोड पर स्थानांतरित करेगी।
मैदान क्षेत्र भारतीय सेना के अधीन है, जिसका पूर्वी कमान मुख्यालय पास ही फोर्ट विलियम में स्थित है।
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