नयी दिल्ली, 15 मार्च (भाषा) सेना ने अभियानगत तैयारियों को बनाये रखने की अपनी पहल के तहत देश के प्रायद्वीपीय क्षेत्र में हवाई मार्ग के माध्यम द्रुत प्रतिक्रिया संबंधी दो दिवसीय अभ्यास किया है।
इस अभ्यास का कल समापन हुआ जिसमें हवाई मार्ग सहयोग या सैनिकों को संबंधित स्थल पर हवाइ मार्ग से पहुंचाना, हवाई एवं विशेष बल सैनिकों के समेकित युद्धाभ्यास जैसे तत्व शामिल थे।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रायद्वीपीय भारत में 14-15 मार्च को हवाई अभ्यास के तहत भारतीय सेना के हवाई एवं विशेष बल ने मुख्यभूमि एवं अपने द्वीपीय क्षेत्र में कहीं भी हवाई मार्ग से द्रुत प्रतिक्रिया का अभ्यास किया ।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘इस अभ्यास में उन्नत हवाई दखल तकनीक (हवाई मार्ग से सैनिकों को पहुंचाना) एवं समेकित युद्धाभ्यास शामिल थे।’’
इस अभ्यास से करीब 10 दिन पहले सेना की इस इकाई ने चीन के साथ लगती उत्तरी सीमा के सटे सिलीगुड़ी गलियारे में ऐसा ही अभ्यास किया था।
सिलीगुड़ी गलियारे में नेपाल, भूटान और बांगलादेश की सीमाएं आती हैं। यह पूर्वोत्तर भारत को बाकी भारत से जोड़ता है इसलिए, सैन्य परिप्रेक्ष्य से अहम समझा जाता है।
भाषा राजकुमार उमा
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