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Monday, 17 June, 2024
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सेना प्रमुख ने युद्ध कौशल की तेजी से बदलती प्रकृति पर प्रकाश डाला

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पुणे, 24 मई (भाषा) थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने शुक्रवार को अंतरिक्ष, साइबर और सूचना क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी की प्रगति के कारण युद्ध कौशल की तेजी से बदलती प्रकृति पर प्रकाश डाला।

यहां राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के 146वें कोर्स की पासिंग आउट परेड की समीक्षा करने के बाद सेना प्रमुख ने कैडेट को भविष्य के मद्देनजर तेजी से जटिल एवं प्रतिस्पर्धी होते युद्धक्षेत्रों में प्रभावी ढंग से काम करने के लिए अपनी तकनीकी दक्षता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

एनडीए के 61वें कोर्स के पूर्व छात्र जनरल पांडे ने कहा, ‘‘आने वाले साल में आप अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे और आपको युद्ध में पुरुषों और महिलाओं का नेतृत्व करना होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भविष्य के मद्देनजर युद्धक्षेत्रों में प्रभावी ढंग से काम करने के लिए आपको अपनी तकनीकी दक्षता सीमा को बढ़ाने की आवश्यकता है।’’

सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘हालांकि, आप में से हर कोई अलग-अलग पृष्ठभूमि से आया है, लेकिन एक बात समान है कि आपने सैनिक बनने का पेशा चुना है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘याद रखें कि वर्दी में आगे की यात्रा लंबी है और आपके पास उत्कृष्टता हासिल करने और अपनी योग्यता साबित करने के पर्याप्त अवसर होंगे।’’

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि परेड की महिला कैडेट सच्चे अर्थों में नारी शक्ति तथा समावेशी सशस्त्र बल के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की प्रतीक हैं।

परेड के दौरान निकाले गये मार्च में 24 महिला कैडेट ने भी हिस्सा लिया जो प्रशिक्षण के तीसरे और चौथे चरण में हैं।

भाषा शफीक माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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