गोपेश्वर, 21 फरवरी (भाषा) ऋषिगंगा त्रासदी को गुजरे एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद चमोली जिले के तपोवन में स्थित एनटीपीसी की पनबिजली परियोजना स्थल से सोमवार को एक और शव बरामद हुआ । अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी ।
पिछले साल सात फरवरी को ऋषिगंगा आपदा में बुरी तरह क्षतिग्रस्त एटीपीसी की 520 मेगावाट क्षमता की तपोवन—विष्णुगाड परियोजना की सुरंग से मलबे की सफाई के दौरान यह शव मिला ।
तपोवन में तैनात एनटीपीसी के एक अधिकारी ने बताया की शव परियोजना की सुरंग की मरम्मत के लिए की जा रही मलबे की सफाई के दौरान मिला।
उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान एनटीपीसी की सहायक कंपनी ऋत्विक के कर्मचारी रोहित भंडारी के रुप में हुई है जो आपदा के समय सुरंग में काम कर रहे लोगों में शामिल था । अधिकारी ने बताया कि वह चमोली जिले की जोशीमठ तहसील के किमाया गांव का निवासी था।
हिमनद टूटने से ऋषिगंगा नदी में अचानक आई बाढ में परियोजना स्थल पर कार्यरत 140 लोग लापता हो गए थे जिनमें से 36 के शव बरामद हो चुके हैं जबकि 104 अभी लापता हैं ।
इससे पहले, इसी माह की 15 तारीख को भी परियोजना की सुरंग से एक शव बरामद हुआ था ।
इस आपदा में जहां रैंणी में ऋषिगंगा पनबिजली परियोजना पूरी तरह से बह गयी थी वहीं तपोवन में तपोवन—विष्णुगाड परियोजना को भारी नुकसान पहुंचा था । दोनों परियोजनाओं में कुल मिलाकर 200 से ज्यादा लोग लापता हो गए थे । इनमें से अभी तक 80 से ज्यादा शव बरामद हो चुके हैं ।
भाषा सं दीप्ति दीप्ति रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.