बलिया (उप्र), 25 अगस्त (भाषा) बलिया में तैनात दलित वर्ग से ताल्लुक रखने वाले बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता लाल सिंह के साथ उनके कार्यालय में मारपीट करने के आरोप में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अपर पुलिस अधीक्षक (शहर) श्याम कांत ने बताया कि पुलिस ने बिजली विभाग में कार्यरत अधीक्षण अभियंता लाल सिंह पर हमला करने के आरोप में एक आरोपी उपेंद्र पांडेय को रविवार देर रात गिरफ्तार किया गया। इससे पहले, पुलिस ने रविवार को दिन में मुख्य आरोपी मुन्ना बहादुर सिंह को भी गिरफ्तार किया था जो कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कार्यकर्ता है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस बीच, मुन्ना बहादुर सिंह को अदालत में पेश करने से पूर्व जिला अस्पताल परिसर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है, जिसमें गिरफ्तार मुन्ना प्रतिरोध करते दिखाई दे रहा है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि जब पुलिस उसे जबरन वाहन में बैठा रही है तो वह ‘‘पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद’’ का नारा लगा रहा है। मुन्ना के समर्थकों ने भी प्रशासन विरोधी नारेबाजी की।
वहीं, भाजपा के पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने मुन्ना बहादुर सिंह से बलिया कोतवाली में मुलाकात की। पूर्व विधायक ने प्रशासन पर निशाना साधते हुए फेसबुक पर पोस्ट कर कहा, ‘‘भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता मुन्ना बहादुर सिंह दूसरी बार अधीक्षण अभियंता से मिलने गए थे क्योंकि सागरपाली के आसपास के गांवों में 15 दिन से विभागीय लापरवाही के कारण बिजली संकट पैदा हो गया है। अधीक्षण अभियंता ने असंसदीय भाषा का प्रयोग कर कार्यालय से बाहर जाने को ललकारा, यह अभियंता की ललकार की प्रतिक्रिया में हुआ।’’
उन्होंने पोस्ट में अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए और कहा, ‘‘भाजपा के कार्यकर्ता अपने अपमान से आहत हैं। अपनी सरकार में भी जेल में ही जगह मिलेगी, वरना जनता का कार्य करने के लिए रिश्वत पहुंचाएं। भ्रष्टाचार में सरकारी व्यवस्था नंबर एक है।’’
वहीं, आजमगढ़ के सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा, ‘‘ये भाजपा की पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) परिवार के प्रति सामंतवादी सोच है।’’
उन्होंने सवाल उठाया, ‘‘आखिर उस नेता के घर योगी जी का बुलडोजर क्यों नहीं गया, (क्योंकि) वह उनके स्वजातीय हैं और पिटने वाला पीडीए परिवार से दलित है।’’
यादव ने कहा, ‘‘ऊर्जा मंत्री एके शर्मा अपने अधिकारियों की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं। योगी जी का बुलडोजर और ‘जीरो टॉलरेंस’ कहां गई?’’
पुलिस अधीक्षक (एसपी) ओमवीर सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को रविवार को बताया था कि पुलिस ने आरोपी मुन्ना बहादुर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, बलिया शहर कोतवाली में शनिवार शाम अधीक्षण अभियंता लाल सिंह की तहरीर पर सागरपाली निवासी मुन्ना बहादुर सिंह के विरुद्ध नामजद एवं कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम (एससी/एसटी एक्ट) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
प्राथमिकी के अनुसार, अधीक्षण अभियंता लाल सिंह ने बताया कि वह अपने कार्यालय में प्रतिदिन की भांति कार्य कर रहे थे, तभी शनिवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे मुन्ना बहादुर सिंह कुछ लोगों के साथ बिना अनुमति के उनके कार्यालय में घुस आए और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अपशब्द कहने लगे।
लाल सिंह ने आरोप लगाया कि जब तक वह कुछ समझ पाते, मुन्ना बहादुर ने लात-घूंसों और जूते से पीटना शुरू कर दिया तथा कार्यालय की कुछ महत्वपूर्ण फाइलें फाड़ दीं व झपटमारी की।
भाषा सं आनन्द खारी
खारी
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