नयी दिल्ली, 22 फरवरी (भाषा) साहित्य अकादमी ने उर्दू में चंद्रभान खयाल को वर्ष 2021 का प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की मंगलवार को घोषणा की।
अकादमी के सचिव श्रीनिवास राव ने एक विज्ञप्ति में बताया कि खयाल को उनके कविता-संग्रह ‘ताज़ा हवा की ताबिशें’ के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है।
बता दें कि अकादमी हर साल 24 भारतीय भाषाओं के लेखकों को प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान करती है। अकादमी ने पिछले साल 30 दिसंबर को हिंदी के लिए दया प्रकाश सिन्हा और अंग्रेजी के लिए नमिता गोखले समेत 20 भारतीय भाषाओं के लेखकों को वर्ष 2021 का प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा की थी और शेष चार भाषाओं के लेखकों के नाम बाद में बताने की जानकारी दी थी।
अकादमी ने सोमवार को मैथिली भाषा में जगदीश प्रसाद मंडल को उनके उपन्यास ‘पंगु’के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की थी।
इससे पहले मणिपुरी भाषा में डॉ. थोकचोम इबोहनवी सिंह को उनकी पुस्तक ‘मणिपुरीदा पुंशी वारिगी साहित्य ‘ और गुजराती भाषा में यज्ञेश दवे को उनके कविता संग्रह ‘गंध मंजूषा’ के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार देने की घोषणा की थी।
विज्ञप्ति में बताया गया है, “इन पुस्तकों को संबंधित भाषा के त्रिसदस्यीय निर्णायक मंडल ने निर्धारित चयन प्रक्रिया का पालन करते हुए पुरस्कार के लिए चुना है। नियमानुसार कार्यकारी मंडल ने निर्णायकों के बहुमत अथवा सर्वसम्मति के आधार पर चयनित पुस्तकों के लिए पुरस्कारों की घोषणा की है।”
राव ने बताया कि विजेता लेखकों को दिल्ली में आयोजित होने वाले एक विशेष समारोह (साहित्योत्सव) में 11 मार्च को पुरस्कार के रूप में एक उत्कीर्ण ताम्रफलक, शॉल और एक लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
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