द्वारापुदी (आंध्र प्रदेश), 19 मई (भाषा) आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में एक कार के अंदर बंद हो जाने के कारण दम घुटने से चार बच्चों की मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि घर के बाहर खेल रहे बच्चे वहां मौजूद एक कार में रविवार दोपहर करीब 12 बजे घुसे थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “वे बाहर नहीं निकल पाए, क्योंकि बच्चों के अंदर प्रवेश करने के बाद कार के दरवाजे अपने आप बंद हो गए थे।”
उन्होंने बताया, “ऐसा लगता है कि बच्चों के कार में घुसने के बाद वाहन का ‘ऑटो-लॉक सिस्टम’ चालू हो जाने के कारण वे अंदर फंस गए।”
अधिकारी ने बताया कि शव छह घंटे बाद रविवार शाम छह बजे बरामद किए गए।
पुलिस ने बताया कि वहां से गुजर रही एक महिला ने कार के शीशे में कथित तौर पर देखा और पाया कि बच्चे अंदर बेसुध पड़े हैं, जिसके बाद उसने शोर मचाया। पुलिस के अनुसार, मालिक ने घर के पास जगह की कमी के कारण कार को गांव के बाहरी इलाके में पार्क किया था।
पुलिस ने बताया कि खेलते-खेलते बच्चों का ध्यान खाली वाहन पर गया। पुलिस के अनुसार, चारों बच्चों ने कार का ताला खुला पाया, उसके बाद दरवाजा खोला और अंदर चढ़ गए।
पुलिस ने बताया कि उस समय सड़क पर कोई और मौजूद नहीं था।
पुलिस के मुताबिक, एक लड़का कथित तौर पर पहले बेहोश हुआ और फिर उसकी मौत हो गई, जबकि बाकी तीन को शायद गर्मी और ऑक्सीजन की कमी के कारण घबराहट हुई होगी, जिससे उनकी मौत हुई।
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि कार में चाइल्ड लॉक नहीं था।
पुलिस को संदेह है कि बच्चों ने गलती से सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम को चालू कर दिया, जिससे वे अंदर बंद हो गए।
पुलिस ने बताया कि विशाखापत्तनम में अपने भाई की शादी में शामिल होने के बाद गांव लौटे कार के मालिक ने दो दिन पहले एक संकरी गली में कार पार्क की थी।
पुलिस के मुताबिक, वाहन को जब्त कर लिया गया और तकनीकी मूल्यांकन के लिए इसे कार निर्माता के पास भेजा जाएगा।
भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 304 (ए) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बच्चों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए और बाद में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पुलिस ने बताया कि चार बच्चों में दो सगे भाई-बहन थे, जबकि अन्य बच्चे अलग-अलग परिवारों से थे।
भाषा जितेंद्र दिलीप
दिलीप
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