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वेनेलापलेम, दो नवंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य में गड्ढा मुक्त सड़कें बनाने के लिए 861 करोड़ रुपये की लागत वाले एक मिशन की शनिवार को शुरुआत की।
अनकापल्ली जिले के वेनेलापलेम गांव से राज्यव्यापी मिशन की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने स्वयं एक गड्ढे को गारा से भरकर उसकी मरम्मत की।
इस कार्यक्रम में राज्य की गृह मंत्री वांगलापुडी अनिता भी उपस्थित थीं।
इसके बाद नायडू की मौजूदगी में एक ट्रक द्वारा सामग्री डालकर एक बड़े गड्ढे को भी ठीक किया गया।
नायडू ने राज्य में मरम्मत कार्यों को गति देने के लिए स्वयं कुदाल उठाई और गड्ढे को समतल किया।
मुख्यमंत्री ने वेनेलापलेम में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमने यहां गड्ढा मुक्त सड़कों की नींव रखी। गड्ढा मुक्त सड़कें बनाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। एक बात याद रखिए, पांच साल तक उन्होंने (जगन) गड्ढे खोदे और अब हमने उन्हें भरने का कार्यक्रम शुरू किया है।’’
नायडू ने वाईएसआरसीपी शासन के तहत 2019 और 2024 के बीच बनाई गई सड़कों को ‘नरक के राजमार्ग’ करार देते हुए कहा कि अगर सड़कों की नियमित रूप से मरम्मत नहीं की जाती है, तो वे उन पर यात्रा करने वाले लोगों के जीवन के लिए खतरा पैदा करेंगी।
नायडू ने सड़क बुनियादी ढांचे पर पैसा खर्च करने में कथित रूप से विफल रहने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर कटाक्ष करते हुए उन पर विशाखापत्तनम के रुशिकोंडा में एक भव्य बंगले पर 450 करोड़ रुपये तक खर्च करने का आरोप लगाया।
नायडू के अनुसार सड़कें सभ्यता का प्रतीक हैं, जो उद्योगों को आकर्षित करती हैं, विकास को सक्षम बनाती हैं, नौकरियां पैदा करती हैं और त्वरित यात्रा की सुविधा भी प्रदान करती हैं।
उन्होंने कहा कि अच्छी सड़क अवसंरचना से परिवहन लागत में कमी आती है तथा समय की बचत होती है, साथ ही कई अन्य लाभ भी होते हैं।
राज्य में जारी 76,000 करोड़ रुपये के राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े कार्यों की समीक्षा के बाद नायडू ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को इन्हें ढाई साल में पूरा करने का निर्देश दिया है।
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