नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक कर राज्य की राजनीतिक स्थिति का जायजा लिया। बैठक में भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य और राष्ट्रीय महासचिव प्रभारी सुनील बंसल भी शामिल थे। इस बैठक के साथ पार्टी राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुट गयी है।
भट्टाचार्य ने कहा कि बैठक में मौजूदा राजनीतिक स्थिति और उभरते मुद्दों पर चर्चा की गई, लेकिन उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया।
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि अगले वर्ष के चुनाव “त्रुटिहीन मतदाता सूची” के आधार पर होंगे। एसआईआर के बारे में निर्वाचन आयोग ने सुझाव दिया है कि इसे बिहार के बाद अन्य राज्यों में भी लागू किया जाएगा और विपक्षी दलों द्वारा इसका कड़ा विरोध किया जा रहा है।
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एसआईआर का कड़ा विरोध करते हुए आरोप लगाया है कि निर्वाचन आयोग भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है और यह अभियान राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लागू करने की एक गुप्त रणनीति हो सकती है।
भाजपा ने राज्य में एसआईआर लागू करने पर जोर देते हुए दावा किया है कि तृणमूल कांग्रेस के संरक्षण के कारण बड़ी संख्या में घुसपैठिये मतदाता बन गए हैं।
भाजपा के एक नेता ने बताया कि बैठक में अगले साल मार्च-अप्रैल में होने वाले संभावित चुनावों के लिए पार्टी की तैयारी के रोडमैप पर चर्चा की गई। बैठक में बिहार सरकार के मंत्री और पश्चिम बंगाल के प्रभारी मंगल पांडे और सह-प्रभारी अमित मालवीय भी शामिल हुए।
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