नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) भारत और पाकिस्तान में जारी सैन्य संघर्ष के बीच दिल्ली में रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने आगंतुकों की जांच से लेकर पुलिस के साथ समन्वय और ‘मॉक ड्रिल’ के आयोजन तक, अपनी आपातकालीन तैयारियां बढ़ा दी हैं।
कई आरडब्लूए ने बताया है कि वे एहतियाती कदम उठा रहे हैं, सतर्क हैं और किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं।
पूर्वी दिल्ली में आरडब्लूए ने इलाके में प्रवेश करने वाले गैर-निवासियों पर कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी है।
‘पूर्वी दिल्ली आरडब्लूए फेडरेशन’ के अध्यक्ष बीएस वोहरा ने कहा, ‘‘हम अपनी टीम के सदस्यों से सतर्क और चौकस रहने को कह रहे हैं। इलाके में प्रवेश करने वाले बाहरी लोगों की निगरानी बढ़ा दी गई है।’’
उन्होंने कहा कि सभी बाशिंदों को सुरक्षा एहतियातों से अवगत कराया जा रहा है।
वोहरा ने कहा, ‘‘साथ ही हम उन्हें आश्वस्त कर रहे हैं कि भारतीय सशस्त्र बलों की मुस्तैदी के चलते घबराने की कोई जरूरत नहीं है। ऐसे समय में निवासियों के बीच आत्मविश्वास बहुत जरूरी है।’’
उन्होंने कहा कि बाशिंदों को जरूरी सामान जुटा लेने और सरकार की ओर से जारी सुरक्षा दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने की सलाह भी दी गई है।
द्वारका में एक ‘हाउसिंग सोसायटी’ ने एहतियात के तौर पर सामान पहुंचाने वालों के लिए मुख्य द्वार के अलावा अन्य द्वार से प्रवेश पर 48 घंटे के लिए रोक लगा दी है।
सोसायटी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, सुरक्षा गार्डों को निर्देश दिया गया है कि वे गेट बंद रखें और केवल आवश्यक होने पर ही प्रवेश की अनुमति दें।
इसमें कहा गया है, ‘‘हमें अभी अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। स्थिति संवेदनशील है, इसलिए एहतियाती कार्रवाई की आवश्यकता है।’’
उत्तरी दिल्ली के मुखर्जी नगर में छात्रों के लिए बड़ी संख्या में ‘पेइंग गेस्ट आवास’ (किराये के मकान/कमरे) हैं, ऐसे में आरडब्ल्यूए पहचान सत्यापन और आपातकालीन तत्परता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
क्षेत्र के आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष बीएन झा ने कहा, ‘‘हम सभी पीजी आवासों और उनके निवासियों की जांच कर रहे हैं। शुक्रवार को दोपहर तीन बजे के आसपास लोगों को सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में सचेत करने के लिए सायरन बजाया गया।’’
भाषा
राजकुमार पारुल
पारुल
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