नोएडा (उप्र), 10 अक्टूबर (भाषा) गौतमबुद्ध नगर के प्यावली गांव में स्थित एक अस्पताल में इलाज के दौरान एक किशोर की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। उसने जांच में अनियमितता मिलने के बाद निजी अस्पताल को सील कर दिया है।
अस्पताल के पास आयुर्वेदिक चिकित्सा का लाइसेंस था, जबकि वहां पर एलोपैथिक उपचार चल रहा था। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को नोटिस जारी कर तीन दिन के अंदर जवाब मांगा है।
जनपद गौतम बुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि प्यावली गांव के रहने वाले नरेंद्र कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को शिकायत दी थी कि उनका भतीजा रजत भाटी चार अक्टूबर को गांव के एक निजी अस्पताल में इलाज कराने गया था।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगाया, जिससे रजत की हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।
चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि नोडल अधिकारी डॉ. रविंद्र कुमार ने इस मामले की जांच की तथा अनियमितता पाए जाने पर अस्पताल को बृहस्पतिवार को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया। अस्पताल प्रबंधन को तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि जवाब अगर संतोषजनक नहीं मिला तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि डॉ. रविंद्र कुमार की अगुवाई में स्वास्थ्य टीम ने मौके पर जाकर देखा तो पाया कि अस्पताल के पास केवल आयुर्वेदिक चिकित्सा का लाइसेंस है, लेकिन वहां एलोपैथिक दवाएं, एक्स-रे मशीन और हड्डी जोड़ने के उपकरण मौजूद थे।
भाषा सं. गोला
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