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Monday, 15 September, 2025
होमदेशअखिलेश यादव का पीडीए लोकसभा में उनके परिवार के सदस्यों तक सीमित: केंद्रीय मंत्री बी एल शर्मा

अखिलेश यादव का पीडीए लोकसभा में उनके परिवार के सदस्यों तक सीमित: केंद्रीय मंत्री बी एल शर्मा

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बरेली (उप्र), 14 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री बी एल वर्मा ने रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा में उनका बहुचर्चित पीडीए (सपा का पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक का नारा) फॉर्मूला केवल उनके अपने परिवार के पांच सदस्यों तक ही सीमित है।

वर्मा ने यहां अवंती बाई लोधी परिवार द्वारा मेधावी छात्रों के सम्मान में आयोजित एक समारोह में शिरकत से इतर संवाददाताओं से बातचीत में सपा प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘अखिलेश यादव बार-बार कहते हैं कि अगली बार पीडीए की सरकार आएगी, लेकिन किसी को नहीं पता कि यह पीडीए फॉर्मूला असल में क्या है। अगर हम लोकसभा पर नजर डालें तो पांच सांसद यादव परिवार के हैं। यह पीडीए वंशवाद की राजनीति के अलावा और कुछ नहीं है। इससे लोगों का कोई भला नहीं होगा।’’

अखिलेश यादव कन्नौज से सांसद हैं। उनकी पत्नी मैनपुरी से सांसद हैं। उनके चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव, अक्षय यादव और आदित्य यादव क्रमशः आजमगढ़, फिरोजाबाद और बदायूं से सांसद हैं।

वर्मा ने कहा, ‘‘2017 से पहले समाजवादी पार्टी के शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर गुंडाराज और भ्रष्टाचार का बोलबाला था। भाजपा ने नारा दिया था—‘न गुंडाराज, न भ्रष्टाचार, अबकी बार भाजपा सरकार’—और जनता ने हमें 325 सीट देकर जवाब दिया। अगले 10-20 सालों तक अखिलेश यादव को कोई मौका नहीं मिलने वाला है। जनता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के साथ मजबूती से खड़ी है।’’

कांग्रेस के ‘वोट चोरी’ के आरोप पर वर्मा ने कहा, ‘‘वोट चोरी कांग्रेस के जमाने में ही शुरू हो गई थी। जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनाने के लिए सरदार पटेल के वोट चुराए गए जबकि उनके पास ज्यादा समर्थन था। बाद में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 1975 में इंदिरा गांधी को पद छोड़ने का आदेश दिया तो उन्होंने आपातकाल लगा दिया और लोकतंत्र का गला घोंट दिया। यही कांग्रेस का असली चेहरा है।’’

मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बार-बार संविधान और जनता दोनों का अपमान किया है।

उन्होंने कहा,‘‘कांग्रेस के लोग संविधान का पालन करने की बात करते हैं, लेकिन इसी कांग्रेस ने दशकों तक बी. आर. आंबेडकर को भारत रत्न देने से इनकार किया। आंबेडकर को सम्मान तभी मिला जब भाजपा के समर्थन से सरकार बनी। इससे पता चलता है कि कांग्रेस ने हमेशा संविधान और जनता दोनों का अपमान किया है।’’

भाषा सं. सलीम राजकुमार

राजकुमार

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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