चेन्नई, चार मई (भाषा) ‘ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम’ (अन्नाद्रमुक) के महासचिव ई. के. पलानीस्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी ने 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार के साथ गठबंधन भयभीत होकर नहीं, बल्कि अपनी खुशी से किया।
पलानीस्वामी ने कहा कि अन्नाद्रमुक के लिए डरने की कोई बात नहीं है और वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एवं आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियों से नहीं डरती।
पलानीस्वामी ने राज्य में सत्तारूढ़ द्रमुक के इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए यह टिप्पणी की कि केंद्र सरकार ने केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर अन्नाद्रमुक जैसी पार्टियों को डराया है ताकि उन पर भाजपा के साथ गठबंधन के लिए दबाव डाला जा सके।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के मंत्री हताश हैं और ईडी एवं आयकर विभाग से डरते हैं क्योंकि उन्होंने ‘‘लूट का धन’’ छिपा रखा है और वे इसे ठिकाने लगाने के तरीके के बारे में सोचते रहते हैं।
उन्होंने दावा किया कि यही कारण है कि केंद्रीय एजेंसियां उन पर नजर रख रही है और इसलिए द्रमुक के मंत्रियों ने भयभीत होकर ऐसी बात कही।
पलानीस्वामी ने शनिवार को यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह आरोप लगाने के लिए मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पर हमला बोला कि भाजपा सरकार में मीडिया की स्वतंत्रता छीन ली गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अभिव्यक्ति की आजादी के बारे में बोलने का कोई हक नहीं है।
अन्नाद्रमुक नेता ने कहा कि हर कोई जानता है कि यूट्यूबर ‘सवुक्कू’ शंकर को द्रमुक और राज्य के मंत्रियों के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए राज्य सरकार द्वारा किस तरह परेशान किया गया, ऐसे में स्टालिन का आरोप लगाना बेहद शर्मनाक है।
पलानीस्वामी ने अपनी पार्टी में गुटबाजी से इनकार करते हुए कहा कि उसका ध्यान पूरी तरह से लोगों के हितों पर है।
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खारी सिम्मी
सिम्मी
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