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Thursday, 19 December, 2024
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झुग्गियां ‘नमस्ते ट्रंप’ के लिए नहीं हटाई जा रहीं, ये हमारी जगह है: अहमदाबाद नगर निगम

सोशल मीडिया पर झुग्गियों को ढंकने के लिए बनाई जा रही दीवार की तस्वीरें शेयर हो रही हैं और लोग इसकी निंदा कर रहे हैं.

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नई दिल्ली: गुजरात के अहमदाबाद में बने नये मोटेरा स्टेडियम में जहां भारत की यात्रा पर आने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत की तैयारियां चल रही हैं, वहीं एरिया में मौजूद झुग्गियों को हटाने का नोटिस और उन्हें ढंकने के लिए बनाई जा रही दीवार को लेकर हंगामा खड़ा हो रहा है.

24 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी दो दिन की यात्रा पर अमहमाबाद जाएंगे. इसको लेकर अहमदाबाद म्युनिसिपल कार्पोरेशन (एएमसी) ने मोटेरा एरिया की झुग्गियों में रहने वाले लोगों को हटाने के लिए नोटिस भेजा है. उन्हें सात दिन में जगह को खाली करने के लिए कहा गया है.

क्या बोले अधिकारी

म्युनिसिपल कार्पोरेशन के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘ऐसा कोई आदेश नहीं. यह नोटिस दिसंबर में दिया गया था, यह हमारा रूटीन काम है जो कि झुग्गी हटाने के लिए चलता रहता है.’

उन्होंने कहा, ‘यह लैंड कानूनी तौर पर निगम की है. यहां अतिक्रमण हटाने को लेकर 7 दिन का नोटिस दिया गया है. उन्हें वहां रहने के लिए दस्तावेज और बाकि सबूत लाने को कहा गया है, न कि यह नोटिस डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा को लेकर भेजा गया है.’

आरोप है कि ट्रंप को झुग्गियों की बदसूरती ना नजर आए इसके लिए दीवार भी बनाई जा रही है. जिस पर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं.

एक रिपोर्ट के मुताबिक निगम ने ट्रंप के स्वागत में बनाए गए नए मोटेरा स्टेडियम के आस-पास रह रहे झुग्गियों में 45 परिवारों को नोटिस भेजा है. वहां के निवासियों के मुताबिक निगम ने उन्हें नोटिस भेजा है और तत्काल झुग्गियों को खाली करने की बात कही है.

वहीं सोशल मीडिया पर झुग्गियों को ढंकने के लिए बनाई जा रही दीवार की तस्वीरें शेयर हो रही हैं और लोग इसकी निंदा कर रहे हैं.

एक परदेसी नाम के ट्विटर यूजर ने तंज कसा है कि जल्द ही मैक्सिको को अहमदाबाद कार्पोरेशन से बिल प्राप्त होगा.

एक ट्विटर यूजर यशवंत गरीबी छुपाओ हैशटैग के साथ लिखते हैं कि ट्रंप की यात्रा के लिए ‘गुजरात वाल’. गरीबी छुपाओ कैंपेन राज्य में पहले भी हो चुका है. वह निर्मित हो रही दीवार की फोटो भी शेयर करते हैं.

वह लिखते हैं कि अहमदाबाद कार्पोरेशन जो कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत की तैयारी में व्यस्त है, जिसने कथित तौर पर इसकी (दीवार) ऊंचाई चार फीट घटा दी है.

वहीं इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24 फरवरी को वाशिंगटन से सीधे अहमदाबाद आ रहे हैं. इस दौरान मोटेरा स्टेडियम में ‘नमस्ते ट्रंप’ इवेंट में एक लाख से ज्यादा लोग पहुंचेंगे. यह कार्यक्रम गुजरात के लिए ऐतिहासिक होगा.

रूपानी ने एक बयान में कहा कि ट्रंप का यहां शानदार स्वागत किया जाएगा. उनके यहां आने को लेकर बहुत उत्साह है.

विदेश मंत्रालय के अनुसार ट्रंप का स्वागत अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम की तर्ज पर होने की उम्मीद है, जिसे ट्रंप और मोदी ने पिछले साल सितंबर में अमेरिका के ह्यूस्टन में संबोधित किया था.

वहींं इस कार्यक्रम में ट्रंप अमेरिका की फर्स्ट लेडी मिलेनिया ट्रंप के साथ पहुंचेंगे और भारत के अलग-अलग वर्ग के लोगों से बात करेंगे.

ट्रंप की यात्रा के लिए की जा रही तैयारी गुलाम मानसिकता दिखाती है: शिवसेना

वहींं एक दिन पहले इस यात्रा को लेकर शिवसेना ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बहुप्रतीक्षित भारत यात्रा के लिए हो रही तैयारी भारतीयों की ‘गुलाम मानसिकता’ को प्रदर्शित करती है.

पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया कि ट्रंप की भारत यात्रा किसी ‘बादशाह’ की यात्रा की तरह है.

अहमदाबाद में एक भूखंड पर कथित तौर पर दीवार बनाए जाने की आलोचना करते हुए शिवसेना ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा से न तो विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपए के गिरते मूल्य में सुधार होगा और न ही दीवार के पीछे झुग्गियों में रहने वालों की हालत सुधेरगी.

सामना में कहा गया, ‘स्वतंत्रता से पहले, ब्रिटेन के राजा और रानी अपने गुलाम देश में जाते थे. ट्रंप की यात्रा के लिए करदाताओं के पैसे से इसी प्रकार की तैयारियां हो रही हैं. यह भारतीयों की गुलाम मानसिकता का परिचायक है.’

गुजरात कांग्रेस स्टेडियम के बाहर प्रदर्शन की धमकी दी

वहीं आरक्षण पर उच्चतम न्यायालय के हाल के फैसले से नाखुश गुजरात कांग्रेस ने सोमवार को यहां नवनिर्मित क्रिकेट स्टेडियम के बाहर 24 फरवरी को प्रदर्शन करने की धमकी दी जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बड़े कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.

विपक्षी दल ने कहा कि यदि केंद्र अनुसूचित जाति/जनजाति समुदायों के लिए नौकरियों में आरक्षण पर उच्चतम न्यायालय के हाल के फैसले को लेकर उपयुक्त कदम उठाने में विफल रहता है तो वह इस स्टेडियम के बाहर प्रदर्शन करेगा.
गुजरात कांग्रेस ने शीर्ष अदालत के पिछले सप्ताह के इस फैसले को लेकर सोमवार को सारंगपुर इलाके में ‘संविधान बचाओ’ रैली की.

उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि राज्य नियुक्तियों में आरक्षण देने के लिए बाध्य नहीं है और पदोन्नति में आरक्षण का दावा कोई मौलिक अधिकार नहीं है.

(न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ)

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