श्रीनगर: 2019 में अनुच्छेद 370 रदद् होने के बाद से प्रधानमंत्री पहली बार जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने वाले हैं. इससे पहले, एक गोपनीय कम्युनिकेशन इंटरसेप्ट होने से राज्य पुलिस में हड़कंप मच गया है, जो यात्रा से पहले एक ‘हाई-ग्रेड आईईडी धमाके’ की तैयारी से जुड़ा है.
मोदी का यह दौरा 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस के मौके पर प्रस्तावित है. सूत्रों के मुताबिक, मार्च मध्य में जबसे यात्रा की घोषणा की गई थी, नागरिकों, पंचायती राज संस्थानों (पीआरआई) के सदस्यों और सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर आतंकी हमले के घटनाएं बढ़ी हैं. सूत्रों ने कहा कि इसी तरह का ट्रेंड पिछले साल अक्टूबर में गृह मंत्री अमित शाह की घाटी की यात्रा के दौरान भी नजर आया था.
पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि अकेले मार्च में मोदी के दौरे की घोषणा के बाद से घाटी में आतंकी हमलों में कम से कम पांच पंचायत सदस्य मारे गए है. इसी महीने एक ताजा घटना उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के पट्टन इलाके में हुई जहां 15 अप्रैल को एक निर्दलीय सरपंच की हत्या कर दी गई. इसके अलावा, अलग-अलग घटनाओं में तीन नागरिक और सुरक्षा बलों के पांच जवान भी मारे गए हैं.
एक पुलिस सूत्र ने दिप्रिंट को बताया, ‘एक आईईडी विस्फोट के बारे में एक कम्युनिकेशन को इंटरसेप्ट किया गया है लेकिन हम पूरी तरह तैयार हैं. राजमार्गों पर अतिरिक्त बल की प्रतिनियुक्ति की जा रही है. सीमाओं को सुरक्षा को और मजबूत किया जा रहा है.’
सूत्र ने आगे कहा, ‘यह पाकिस्तान में बैठे आकाओं की हताशा को दर्शाता है. जबसे प्रधानमंत्री के दौरे की घोषणा हुई, वे और सक्रिय हो गए और घाटी में पंचायत प्रतिनिधियों को डराने के लिए उन्हें निशाना बना रहे हैं. इन प्रतिनिधियों को धमकाया भी जा रहा है. यह प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को बाधित करने का प्रयास है.’
डेटा से यह भी पता चलता है कि प्रधानमंत्री के दौरे की घोषणा के बाद से घाटी में अलग-अलग मुठभेड़ों में 13 आतंकवादी और तीन पाकिस्तानी आतंकी भी मारे गए हैं और 11 दहशतगर्दों को गिरफ्तार किया गया है
सूत्र ने कहा, ‘घाटी में आतंकवादियों ने नागरिकों और पंचायत प्रतिनिधियों पर हमला करना शुरू किया है, जिसके बाद से मुठभेड़ भी बढ़ गई है. पिछले एक महीने में 16 आतंकवादी मारे गए हैं और एक दर्जन को गिरफ्तार किया गया है.’
मोदी अपनी जम्मू यात्रा के दौरान पंचायती राज संस्थानों के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगे, और विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ ही औद्योगिक निवेश की शुरुआत भी करेंगे.
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‘हम पूरी तरह सतर्क हैं’
कम्युनिकेशन इंटरसेप्ट किए जाने के बाद से गश्त बढ़ाने के साथ सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में क्राइसिस रिस्पांस टीम तैनात की गई हैं. इसके अलावा रात में ड्रोन के जरिये गश्त, तलाशी अभियान और निगरानी भी बढ़ा दी गई है.
मोदी की यात्रा की तैयारियों के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी), रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रमुखों की एक सुरक्षा समीक्षा बैठक हुई है.
सूत्र ने कहा, ‘हम पूरी तरह सतर्क हैं. घाटी भर में और जम्मू के रास्तों पर तैनाती बढ़ा दी गई है. हाईवे पेट्रोलिंग बढ़ाने के साथ रात में गहन गश्त जारी है और तकनीकी स्तर पर निगरानी की भी व्यवस्था की गई है. हम सभी खुफिया एजेंसियों के साथ कोऑर्डिनेड कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं कि कहीं कोई अप्रिय घटना न हो.
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