शाहजहांपुर (उप्र), चार नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर शहर की एक मस्जिद में कथित रूप से एक धर्मग्रंथ जलाने की घटना के बाद शुक्रवार को जुमे की नमाज के मद्देनजर शहर की मस्जिदों में व्यापक चौकसी के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया और इस दौरान शहर के तीन स्थानों पर मजिस्ट्रेट भी तैनात किये गये। हालांकि पुलिस ने इस मामले में बृहस्पतिवार को ही ताज मोहम्मद नामक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) एस आनंद ने शुक्रवार को बताया कि आज जुमे की नमाज के लिए सभी थानों के अंतर्गत आने वाली मस्जिदों में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया, जहां शांतिपूर्वक नमाज अदा की गई है।
अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) रामसेवक द्विवेदी ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शहर में स्थिति सामान्य है और लगातार धर्मगुरुओं से संपर्क बनाकर जुमे की नमाज के लिए प्रशासन ने आज शहर के तीनों थानों में मजिस्ट्रेट की तैनाती के साथ-साथ भारी पुलिस बल भी तैनात किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन के अन्य अधिकारी भी लगातार शहर में भ्रमण कर रहे हैं।
दूसरी तरफ, सोशल मीडिया पर घटना से जुड़ा एक वीडियो सार्वजनिक हुआ है, जिसमें धर्मग्रंथ में आग लगाने वाला आरोपी ताज मोहम्मद कह रहा है, ‘हम खाली घूमते हैं, इसलिए दिमाग पागल हो गया। घरवालों से कहा कि हमारी शादी करा दो, परंतु घरवालों ने शादी नहीं कराई।’
आरोपी का यह कहना है, ‘आग हमने नहीं लगाई, न हम गए थे, हमारे अंदर से एक आत्मा निकलकर गई थी और आग उसने ही लगाई है।’
अपर जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि वे संयम बनाए रखें। उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर में गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल कायम है और यहां कभी कोई दंगा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि धर्मगुरुओं से संपर्क करके शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।
एसपी ने बताया कि एक संप्रदाय विशेष के लोगों द्वारा शांति-व्यवस्था बाधित करने का प्रयास बुधवार को किया गया था, जिसके बाद धर्मगुरुओं के साथ बैठक करके उनसे शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की गई। एसपी ने कहा कि धर्मगुरुओं की ओर से आश्वस्त किया गया था कि कोई अप्रिय घटना घटित नहीं होने दी जाएगी।
इस बीच विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता राजेश अवस्थी ने कार्यकर्ताओं के साथ जाकर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया, जिसमें कहा गया है कि बुधवार को कोतवाली अंतर्गत बेरी चौकी के पास एक समुदाय के लोगों ने धर्मग्रंथ जलाये जाने की बात बताकर सड़क जाम कर दिया। ज्ञापन के मुताबिक, यह कार्य उन्मादियों द्वारा किया गया और शहर का माहौल खराब करना ही इनका एकमात्र मकसद था।
उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि घटना के बाद देश-विरोधी नारे लगाए गए, आगजनी की गई और दंगा भड़काने का प्रयास किया गया, इसलिए ऐसे उन्मादियों की पहचान कर उनके विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट तथा तथा रासुका के तहत कार्रवाई की जाए।
गौरतलब है कि शाहजहांपुर शहर में स्थित फखरे आलम मस्जिद में बुधवार शाम को जब मौलवी पहुंचे तो उन्होंने कथित तौर पर पवित्र धर्मग्रंथ को जला हुआ पाया। घटना की जानकारी मिलते ही मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोग मस्जिद के बाहर इकट्ठे हो गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालांकि, पुलिस ने समझा-बुझाकर मामले को शांत किया और प्राथमिकी दर्ज की।
मामला शांत होने के थोड़ी देर बाद फिर से भीड़ एकत्रित हो गई और अराजक तत्वों ने सड़क किनारे लगी होर्डिंग में आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई और बड़ी संख्या में पुलिस बल को मस्जिद के आसपास तैनात कर दिया। पुलिस ने दूसरे दिन सवेरे सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की पहचान कर ली और ताज मोहम्मद नामक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
भाषा सं आनन्द संतोष सुरेश
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