लखनऊ: हाल ही में कानपुर मुठभेड़ में मामले मारे गए कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को फरार होने में मदद करने का काम उसी के सहयोगी अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी ने किया था. वह कानपुर देहात के जिला पंचायत सदस्य है. इसका खुलासा गुड्डन त्रिवेदी ने खुद पुलिस से पूछताछ में किया है. उसे बीते दिनों मुंबई एटीएस ने पकड़ा था जिसके बाद कानपुर पुलिस ने 4 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर उसे लाने का फैसला किया था.
कानपुर के एसपी देहात ब्रजेश श्रीवास्तव ने दिप्रिंट को बताया कि विकास को मदद करने में गुड्डन की संलिप्तता पाई गई है जिसके तहत 120-बी (साजिश में शामिल) व धारा 216 (किसी ऐसे व्यक्ति को आश्रय देना जिसकी गिरफ्तारी के निर्देश जारी हों) के तहत जेल भेज दिया गया है. उनके मुताबिक, गुड्डन त्रिवेदी ने स्वीकार किया कि न सिर्फ उसने विकास को ठहराने का इंतजाम किया बल्कि उसके लिए असलहा और राइफल का भी इंतजाम किया था. हालांकि वह खुद इस घटना के वक्त बिकरू में मौजूद नहीं था.
पुलिस से जुड़े एक सूत्र ने बताया, गुड्डन से पूछताछ में सामने आया है कि 2 जुलाई की रात घटना को अंजाम देने के बाद विकास को गांव से ही लगभग 5-6 किमी दूर शिवली में ठहराया था. वह यहां बाइक से पहुंचा था. वहां दो दिन ठहरने के बाद कार से वह औरेया गया. इसके बाद अपने दो गुर्गे अमर दुबे व प्रभात मिश्रा के साथ ट्रक से फरीदाबाद चला गया.
गुड्डन ने ये भी बताया कि उज्जैन जाने के लिए मदद भी उसने की थी. विकास बस से उज्जैन पहुंचा जहां उसकी नाटकीय ढंग से गिरफ्तारी हुई. पुलिस ने गुड्डन की कॉल डीटेल रिपोर्ट निकलवाई है जिससे कई खुलासे हुए हैं. विकास भागते वक्त लगातार गुड्डन के संपर्क में रहा.
गुड्डन की मदद से बाकियों को ढूंढ़ेगी पुलिस
कानपुर कांड में विकास का भले ही एनकाउंटर हो गया हो लेकिन अभी भी इस मामले में 11 आरोपी फरार हैं. पुलिस का कहना है कि गुड्डन से पूछताछ में कई अहम सुराग भी लगे हैं. गुड्डन ने जो बताया है उसके आधार पर पुलिस कई स्थानों पर दबिश भी दे चुकी है.
वहीं गुड्डन के कानपुर देहात से जिला पंचायत सदस्य होने के नाते सभी राजनीतिक पार्टियों से संबंध हैं. उसे विकास दुबे का खास आदमी माना जाता था. पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि वह किसी भी वारदात में सीधे शामिल नहीं होता था. वो पर्दे के पीछे से पूरी वारदात में साथ देता था और अपने सोर्सेज के जरिए विकास व उसके साथियों की मदद करता था.
शशिकांत ने भी किए कई खुलासे
बीते मंगलवार को गिरफ्तार विकास दुबे के मामा के बेटे और मामले के एक अन्य आरोपी शशिकांत ने भी पुलिस से पूछताछ में अहम खुलासे किए हैं. उसने विकास के आसपास के गांव में पहले नेक्सस के बारे में बताया है. साथ ही ये भी कहा है कि कानपुर घटना में विकास के साथ-साथ प्रभात व अमर की अहम भूमिका थी. ये सभी लोग आम दिनों में गांव के आसपास लोगों को विकास के नाम पर धमकी दिया करते थे और कहते थे कि जब तक विकास भैया हैं तब तक कोई क्या कर लेगा.
शशिकांत की पत्नी मनु की भूमिका भी संदिग्ध
पुलिस को इस पूरी घटना में शशिकांत की पत्नी मनु पांडे की भूमिका भी संदिग्ध लगी है. मनु की तीन कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई हैं जो कि घटना को अंजाम देने की बाद की बताई जा रही हैं. इन रिकॉर्डिंग्स में वह अपने रिश्तेदारों को घटना की जानकारी दे रही है. रिकॉर्रडिंग वायरल होने के बाद वह भी जांच के दायरे में आ गई है. पुलिस ने बीते बुधवार उससे काफी पूछताछ की लेकिन सास की तबीयत खराब होने के चलते हिरासत में नहीं लिया. जांच में साक्ष्य छिपाने और आरोपितों का सहयोग देने में उसकी भूमिका सामने आ रही है.
एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मनु की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, उसकी जांच की जा रही है. गुरुवार या शुक्रवार को उसे हिरासत में लेकर दोबारा पूछताछ की जाएगी.