तिरुवनंतपुरम : केरल राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष एम सी जोसेफाइन ने अपने कथित असंवेदनशील बयान से विवाद उत्पन्न होने के एक दिन बाद, शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. माकपा सूत्रों ने यह जानकारी दी.
जोसेफाइन ने बुधवार को एक मलयालम चैनल पर सीधे प्रसारित किए जा रहे एक टेलीविजन कार्यक्रम के दौरान घरेलू हिंसा की एक शिकायतकर्ता के साथ रूखेपन के साथ बात की थी जिसके बाद सत्तारूढ़ माकपा के लिए असहज स्थिति पैदा हो गयी थी.
जोसेफाइल ने प्रदेश माकपा सचिवालय की बैठक में अपनी टिप्पणियों के संबंध में अपना रूख स्पष्ट किया था. सूत्रों के अनुसार, लेकिन पार्टी ने उन्हें अपना इस्तीफा देने का निर्देश दिया. पार्टी के एक सूत्र ने कहा, ‘वह शीघ्र ही मुख्य सचिव को अपना त्यागपत्र सौंपेगी.’
विपक्षी कांग्रेस और भाजपा ने जोसेफाइन के आचरण की निंदा की और उनके इस्तीफे की मांग की. टेलीविजन शो के दौरान एक महिला ने कहा कि उसका पति और सास उसे प्रताड़ित करते हैं. तब जोसेफाइन ने शिकायतकर्ता से पूछा कि क्या उसने अपने पति एवं सास के विरूद्ध पुलिस में शिकायत दर्ज करायी, . महिला ने ‘ना’ में इसका उत्तर दिया. इस पर जोसेफाइन ने कथित तौर पर कहा कि पुलिस में नहीं जाने का परिणाम भुगतइए. आयोग की अध्यक्ष गुस्से में ऐसा कहते नजर आईं.
शिकायतकर्ता ने जोसेफइान से कहा था कि 2014 में उसकी शादी हुई थी और उसके बच्चे नहीं है, ऐसे में उसके पति एवं सास अक्सर उसे प्रताड़ित करते हैं.
टीवी चैनल पर महिला आयोग की अध्यक्ष का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोग उनके अंसवेदनशील रवैये को लेकर उनके इस्तीफे की मांग करने लगे. ऐसी मांग करने वालों में वामपंथी रूझान वाले लोग भी हैं.
माकपा की केंद्रीय समिति की सदस्य जोसेफाइन ने एक बयान में अपने व्यवहार को लेकर खेद भी प्रकट किया .