मुंबई: मुंबई में फंसे प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए अभिनेता अमिताभ बच्चन ने बुधवार को चार विशेष उड़ानों का प्रबंध किया, जिससे करीब 700 लोगों को उनके गृह राज्य उत्तर प्रदेश पहुंचाया गया.
सूत्रों ने बताया कि बच्चन के निर्देश पर उनके करीबी सहयोगी राजेश यादव ने उड़ानों की व्यवस्था की. यादव बच्चन की होम प्रोडक्शन कंपनी ए बी कॉर्प लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं. उन्होंने बुधवार सुबह प्रवासी मजदूरों को मुंबई से इलाहाबाद, गोरखपुर और वाराणसी पहुंचाने के लिए उड़ानों की व्यवस्था की. प्रत्येक विमान में 180 यात्री थे.
बृहस्पतिवार को दो और उड़ानों का परिचालन होगा.
बच्चन की ओर से यादव ने हाल में 300 यात्रियों के साथ दस बसों को रवाना किया था. एक बयान में कहा गया कि माहिम और हाजी अली दरगाह के साथ भागीदारी से इन लोगों को पहुंचाया गया.
लॉकडाउन में संकट का सामना करने के बाद नि:शुल्क हवाई यात्रा कर बुधवार को यहां पहुंचे प्रवासी कामगारों ने खुशी जताते हुए कहा कि इतने समय बाद घर आकर काफी अच्छा लग रहा है. उन्होंने इसके लिये अभिनेता अमिताभ बच्चन को ह्रदय से धन्यवाद भी दिया.
मुंबई के वर्ली में दुकान चलाने वाले मुकेश मधेशिया ने बताया, ‘कोरोना काल में दुकान धंधा सब बंद होने से हर ओर निराशा ही दिखाई दे रही थी. फिर एक दिन मेरे एक खास दोस्त ने इस यात्रा के बारे में जानकारी दी.’
उन्होंने बताया, ‘इसके बाद हमने हाजी अली दरगाह की संस्था से संपर्क किया और फार्म भरा. टिकट आने पर विश्वास ही नहीं हुआ कि हम हवाई जहाज से अपने गांव जा रहे हैं. अब हम यहां पहुंच गए हैं और अब आजमगढ़ जाएंगे. अमिताभ बच्चन को हम धन्यवाद देते हैं, जिनकी मदद से हम यहां आ गए.’
इंडिगो के विमान एयरबस-320 से यात्रा कर प्रयागराज हवाईअड्डा पर उतरे गुलाम हसन ने बताया कि उन्होंने इससे पहले कभी हवाई यात्रा नहीं की. मुंबई के हाजी अली इलाके में सिलाई का काम करने वाले हसन ने भावुक होकर कहा, ‘करीब आठ महीने बाद हम अपने गांव लौट रहे हैं. लॉकडाउन में रोजी रोटी की चिंता सता रही थी और गांव की याद आ रही थी.’
मूल रूप से प्रयागराज के कोरांव के निवासी हसन ने कहा, “एक बार तो पैदल ही गांव के लिए चलने का मन हुआ, लेकिन पड़ोसियों ने सब्र करने को कहा. इसी बीच, अमिताभ बच्चन द्वारा शुरू की जाने वाली इस यात्रा के बारे में पता चला और हमने भी आवेदन कर दिया. बाकी हम आपके सामने हैं. हम अमिताभ जी के तहे दिल से शुक्रगुजार हैं.’
मुंबई के कुर्ला में जेंट्स पार्लर चलाने वाले मोइनुद्दीन सलमानी ने बताया, ‘हमारी इस यात्रा में खाने पीने सहित हर तरह का इंतजाम था और हमें किसी तरह की कोई तकलीफ नहीं हुई. लॉकडाउन के मुश्किल दिनों को याद करता हूं तो लगता है कि अल्लाह अपने नेक बंदों को मदद के लिए जरूर भेजता है.’
विमान यात्रा कर प्रयागराज पहुंची श्रृंखला ने खुशी जताते हुए कहा कि इतने महीने बाद घर पहुंचने पर बहुत अच्छा लगा रहा है.
प्रयागराज हवाईअड्डा के निदेशक सुनील यादव ने बताया कि इस विमान से 180 यात्री यहां पहुंचे. यह इंडिगो की अतिरिक्त उड़ान है जो यहां शाम चार बजे पहुंची. बृहस्पतिवार को भी मुंबई से यहां के लिए एक अतिरिक्त उड़ान प्रस्तावित है.
अभिनेता सोनू सूद भी प्रवासी श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचाने में काफी मदद कर रहे हैं और उन्होंने 18 से 20 हजार श्रमिकों को ओडिशा, बिहार, उत्तरप्रेश और झारखंड पहुंचाने में मदद की है.
देश में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 25 मार्च को लॉकडाउन लागू होने से लाखों प्रवासी श्रमिक विभिन्न स्थानों पर फंस गए.