अहमदाबाद, 15 मार्च (भाषा)अहमदाबाद में राहगीरों पर हमला करने और दंगा-फसाद करने के आरोप में गिरफ्तार 14 आरोपियों में से छह के ‘‘अवैध रूप से निर्मित’’ मकानों को प्रशासन ने शनिवार को ध्वस्त कर दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
रामोल पुलिस थाने के निरीक्षक एस.बी. चौधरी ने बताया कि भीड़ ने कुछ राहगीरों पर लाठियों और तलवारों से हमला किया था और इस मामले में एक नाबालिग सहित 14 लोगों को पकड़ा गया था। उन्होंने बताया कि इस हमले में तीन लोग घायल हुए थे और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से छह के मकान अवैध रूप से निर्मित होने की जानकारी मिली और शहर के अमराईवाड़ी तथा खोखर इलाकों में बने इन मकानों को ध्वस्त किया जा रहा है।
अधिकारी ने बताया कि अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी)भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अवैध ढांचों को ध्वस्त कर रहा है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘एएमसी इन अवैध निर्माणों को हटाने के लिए कार्रवाई कर रही है। इन स्थलों पर लगभग 700-800 पुलिसकर्मी तैनात हैं और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी स्थलों का दौरा किया है।’’
जानकारी के मुताबिक आरोपियों के परिवार के सदस्यों ने हंगामा करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें नियंत्रित किया और ध्वस्तीकरण के कार्य में बाधा उत्पन्न करने से रोक दिया।
अहमदाबाद के वस्त्राल इलाके में लाठियों, तलवारों और चाकुओं से लैस 20 लोगों की भीड़ ने बृहस्पतिवार को वाहनों में कथित तौर पर तोड़फोड़ की और लोगों की पिटाई कर आतंक फैलाया।
पुलिस ने अलाप सोनी नामक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की थी। सोनी के मुताबिक वह अपने माता-पिता की शादी की सालगिरह मनाने के लिए परिवार के साथ बाहर आया था तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने लाठी, तलवार और चाकुओं से उन पर हमला कर दिया।
प्राथमिकी के अनुसार, आरोपियों में से एक ने शिकायतकर्ता पर हमला किया और उसकी गर्दन के पिछले हिस्से और बाएं हाथ पर चाकू से वार किया, और दूसरे व्यक्ति ने भी इसी तरह उसके चचेरे भाई पर चाकू से वार किया। भागने से पहले उन्होंने कई वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत हत्या का प्रयास, गैरकानूनी रूप से एकत्र होने, दंगा, गलत तरीके से रोकने आदि के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भाषा धीरज दिलीप
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