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बुधवार, 25 जून, 2025
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गोत्र परंपरा के अनुसार राहुल का उपनाम ‘फिरोज’ होना चाहिए, गांधी नहीं : साध्वी निरंजन ज्योति

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नयी दिल्ली, 12 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने मंगलवार को राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए उनकी आस्था पर सवाल उठाया और कहा कि कांग्रेस नेता को हिंदू धर्म की गोत्र परंपरा के अनुसार अपने उपनाम के रूप में ‘गांधी’ के बजाय ‘फिरोज’ उपयोग करना चाहिए।

मंत्री ने आरोप लगाया कि नेहरू-गांधी परिवार हिंदू धर्म को नहीं समझता है। उन्होंने सनातन धर्म के खिलाफ द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी पर चुप्पी साधे रखने को लेकर नेहरू-गांधी परिवार पर निशाना साधा।

द्रमुक नेता की टिप्पणी से उपजे विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए कहे जाने पर ज्योति ने कहा, ‘‘हमारी संस्कृति में, व्यक्ति का धर्म पिता के धर्म से निर्धारित होता है। व्यक्ति का गोत्र उसके पिता के गोत्र पर आधारित होता है।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘लेकिन, नेहरू परिवार के बारे में कुछ भी ज्ञात नहीं है। कभी मां का गोत्र अपना लिया जाता है, तो कभी पिता का। तो फिर, वे हिंदू धर्म के बारे में क्या समझेंगे।’’

मंत्री ने कहा कि राहुल यदि गोत्र परंपरा का पालन करते तो उनका उपनाम ‘गांधी’ नहीं होता।

उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें अपना उपनाम गांधी नहीं लिखना चाहिए। उन्हें अपना उपनाम फिरोज लिखना चाहिए। उनके दादा फिरोज थे…उन्हें सच बताना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अपनी हकीकत बताइए कि आप किस धर्म के हैं। लोगों को बताइए कि क्या आप हिंदू, पारसी या ईसाई हैं।’’

फिरोज गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पति थे। दंपति के दो बेटे थे, संजय और राजीव गांधी। राजीव के बेटे राहुल गांधी हैं।

भाजपा नेता ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के अन्य घटक दलों पर भी हमला किया और कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनमें से किसी ने भी अब तक उदयनिधि की टिप्पणी की निंदा नहीं की है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘इसका मतलब है कि इन दलों ने अपनी मुंबई बैठक में हिंदू धर्म पर हमला करने का फैसला किया था।” उन्होंने कहा कि जनता 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें इसका करारा जवाब देगी।

मंत्री ने कहा कि सनातन धर्म को अतीत में खत्म करने के प्रयासों के बावजूद यह (सनातन धर्म) बरकरार है।

उन्होंने कहा, ‘‘(उदयनिधि) स्टालिन की टिप्पणी से सनातन धर्म का अस्तित्व समाप्त नहीं होगा। आप हिंदू धर्म पर जितना अधिक हमला करेंगे, यह उतना ही मजबूत होगा।’’

भाषा सुभाष दिलीप

दिलीप

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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