नयी दिल्ली, 30 अप्रैल (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को कहा कि पार्टी नेताओं मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को पंजाब पार्टी इकाई का प्रभारी और सह-प्रभारी नियुक्त किए जाने के मद्देनजर उन पर दबाव बनाने और डराने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है।
दिल्ली सरकार की एसीबी ने सरकारी स्कूलों के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री सिसोदिया तथा पूर्व लोक निर्माण (पीडब्ल्यूडी) मंत्री जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
एसीबी ने एक बयान में कहा कि यह घोटाला करीब 2,000 करोड़ रुपये का है और इसमें अत्यधिक बढ़ी हुई दरों पर ठेके दिए गए, जिनमें प्रत्येक कक्षा का निर्माण कथित तौर पर 24.86 लाख रुपये में किया गया, जो सामान्य लागत से लगभग पांच गुना अधिक है।
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि ‘आप’ की पिछली सरकार के तहत दिल्ली में स्कूलों के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ था।
‘आप’ के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने संवाददाता सम्मेलन में आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि यह मामला सिसोदिया और जैन पर दबाव डालने और उन्हें डराने के लिए एक ‘राजनीतिक’ कदम के तहत दर्ज किया गया है।
ढांडा ने कहा, ‘जिस तरह से सिसोदिया और अन्य नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं, मुझे लगता है कि जल्द ही उनके खिलाफ मंत्री की कुर्सी पर कब्जा करने, दस्तावेज में अल्पविराम या पूर्ण विराम लगाना भूल जाने के मामले भी दर्ज किए जा सकते हैं।’
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के पास कोई काम नहीं है और हर मामले में वह ‘आप’ नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा देती है।
ढांडा ने कहा, ‘यह महज संयोग नहीं हो सकता कि इससे पहले पार्टी नेता दुर्गेश पाठक के खिलाफ मामला तब दर्ज किया गया था जब वह गुजरात के सह-प्रभारी बने थे। अब, सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है जो ‘आप’ की पंजाब इकाई के क्रमश: प्रभारी और सह-प्रभारी हैं।’
इससे पहले मार्च में ‘आप’ ने अपनी पंजाब इकाई का सिसोदिया को प्रभारी और पूर्व मंत्री जैन को सह-प्रभारी नियुक्त किया था।
ढांडा ने कहा, ‘भाजपा को यह अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि ‘आप’ नेता ईडी और सीबीआई जैसी उनकी एजेंसियों या ऐसी खोखली धमकियों से नहीं डरते।’
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कथित घोटाले में दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भूमिका की जांच एसीबी से कराने की मांग की।
उन्होंने कहा, ‘‘आप’ और दिल्ली में उसकी पिछली सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में यह निर्णायक क्षण है।’
भाषा नोमान मनीषा
मनीषा
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