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Saturday, 4 May, 2024
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आप के जाट-सिख नेताओं ने खोला भाजपा के खिलाफ मोर्चा, मांगा बिप्लब देब का इस्तीफा

हाल ही में वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में देब ने जाट और सिख समुदाय के लोगों को कथित तौर पर कम दिमाग वाला बताया है. आप की मांग है कि वो इस्तीफा दें.

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नई दिल्ली: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब द्वारा जाट और सिखों पर दिए गए कथित बयान को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) उन्हें आड़े हाथों लिया है. आप की मांग है कि इन समुदायों को ठेस पहुंचाने वाले ऐसे बयानों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा माफी मांगें और बिप्लब देब अपने पद से इस्तीफा दें.

हाल ही में वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में देब ने जाट और सिख समुदाय के लोगों को कथित तौर पर कम दिमाग वाला बताया है. इसे लेकर आप नेता कैलाश गहलोत और जरनैल सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया, जिसमें दिल्ली सरकार में कानून, रेवेन्यू और ट्रांसपोर्ट जैसे मंत्रालय संभालने वाले गहलोत ने जानकारी दी कि जरनैल सिंह सिख और वो खुद जाट समुदय से आते हैं. उन्होंने कहा, ‘देब के बयान से इन दोनों समुदायों के लोगों में बहुत रोष है.’

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला द्वारा सोमवार को ट्वीट किए गए 48 सेकेंड के एक वीडियो में बिप्लब देब कह रहे हैं, ‘जब हम पंजाबियों की बात करते हैं तो कहते हैं कि सरदारों को किसी से डर नहीं लगता. उनके पास ताकत बहुत होती है, पर दिमाग कम होता है.’ उन्होंने ये भी कहा कि हरियाणा के जाट शारीरिक रूप से मज़बूत होते हैं लेकिन उनके पास ‘दिमाग कम’ होता है.

गहलोत ने कहा, ‘चुनाव में भाजपा गली-गली घूमकर जाट और सिखों का वोट मांगती है. अब जाटों को मंदबुद्धि और पागल बुलाया जा रहा है.’ उन्होंने कहा कि ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने के बाद भी देब अपने पद पर बने हुए हैं. जाटों के इतिहास की जानकारी देते हुए उन्होंने सवाल किया कि क्या आजादी की लड़ाई लड़ने वाले जाट समुदाय के छोटू राम भी मंद बुद्धि के थे?

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प्रमुख जाट नामों की फेहरिस्त में उन्होंने डिप्टी पीएम रहे देवी लाल और पीएम रहे चौधरी चरण सिंह का नाम लेते हुए भाजपा से पूछा क्या ये लोग भी मंद बुद्धि के थे? गहलोत ने कहा, ‘मैं हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से पूछना चाहता हूं कि वो भी जाट हैं. क्या वो मंद बुद्धि के हैं? अगर ऐसा है तो वो डिप्टी सीएम कैसे बने हुए हैं?’ उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे अपमान पर जाट चुप नहीं रहेंगे और इसको नहीं सहेंगे.

आम आदमी पार्टी के तिलक नगर से विधायक और पंजाब के प्रभारी जरनैल सिंह ने कहा, ‘दो दिन पहले बिप्लब देब द्वारा अगरतला के प्रेस क्लब में जो बात कही गई उससे पंजाबी-सिख भाईचारे और जाट भाइयों में रोष है और इससे हममें काफ़ी गुस्सा है.’ उन्होंने कहा कि आज़ादी की लड़ाई में इन दोनों समुदाय का योगदान किसी से छिपा नहीं है. सिंह ने कहा कि देब को बेतुके बयान देने की आदत है.

उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, ‘एक बार इन्होंने (देब ने) कह दिया कि महाभारत के समय इंटरनेट चलता था. इनको महाभारत के समय का इतिहास मालूम है. लेकिन इनको नरिंदर सिंह कपानी के बारे में नहीं मालूम जिन्हें फ़ादर ऑफ़ फ़ाइबर ऑप्टिकल  कहा जाता है.’ सिंह ने कहा कि फ़िर भी ये दावा करते हैं इन्हें सात युग पहले का इतिहास मालूम है. उन्होंने आज़ादी में भी जाट और सिखों के योगदान का ज़िक्र किया.

सिंह ने कहा, ‘आज़ादी के लिए जो 121 लोग फ़ांसी पर चढ़े थे. उनमें से 93 लोग सिख थे. 2,626 लोगों को आजीवन कारावास हुआ था, उनमें से 2147 लोग सिख थे. 1971 में जब पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए थे तो इसका सेहरा जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के सर बांधा गया था.’ उन्होंने कहा कि इन समुदाय के लोगों ना देश-विदेश में भारत का नाम रौशन किया है. आप ने कहा कि भाजपा वाले कभी जात, कभी धर्म और कभी क्षेत्र के नाम पर लोगों को लड़वाते रहते हैं.

पार्टी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से माफ़ी की मांग की और कहा कि पार्टी ऐसे बेतुके बयान देने वालों से इस्तीफा ले. पार्टी के मुताबिक दिल्ली विधानसभा में इसे लेकर मंगलवार को एक चर्चा का भी आयोजन किया जाना है.

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