नई दिल्ली: पूरे देश में जब टेस्ट की संख्या व्यापक तौर से अलग-अलग बनी हुई है, पॉजिटिविटी रेट पर काफी जोर डाला जा रहा है, वहीं 74 फीसदी नए मामले केवल 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए हैं.
महाराष्ट्र से अकेले 18 हजार से ज्यादा मामलों का इसमें योगदान है, इसके बाद आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में क्रमशः 7,000 और 6,000 से अधिक मामले हैं. महाराष्ट्र और कर्नाटक में पॉजिटिविटी दर 8.7 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक बनी हुई है.
एक्टिव मामले
पिछले 24 घंटों में 83,347 नए मामलों के साथ देश में कुल सक्रिय मामले 9,68,377 रिपोर्ट किए गए हैं. यह तब है जब जब भारत सरकार को पूरे देश में त्यौहारी मौसम के बाद इसमें तेजी आने को लेकर डर है, इसके बाद सर्दियों के मौसम-जो श्वसन संबंदी संक्रमण के बढ़ने को लेकर डर है.
मौत के आंकड़े
पिछले 24 घंटों में 1,085 लोगों की मृत्यु के साथ देश में कोविड से मरने वालों की सं. 90,000 हो गई है. वर्तमान में देश में मृत्यु दर 1.59 प्रतिशत है. 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटों में 83 प्रतिशत मौतें दर्ज की गई हैं. महाराष्ट्र में 392 मौतें हुई हैं साथ ही कर्नाटक और उत्तर प्रदेश ने क्रमशः 83 और 77 लोगों की मौत की जानकारी दी है.
मृत्यु दर
मृत्यु दर के मामले में तीन राज्य पंजाब, महाराष्ट्र और गुजरात शीर्ष पर हैं. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को कहा कि पंजाब पर्याप्त टेस्ट के मामले में लड़खड़ाता नजर आ रहा है और यह उन रोगियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट भी नहीं कर रहा है जो लक्षणात्मक हैं लेकिन जिनका एंटीजेन टेस्ट निगेटिव है. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने क्षेत्र में अपने नागरिकों को बेड की उपलब्धता की सही जानकारी नहीं दी है.
भारत की रोज की टेस्ट संख्या में कुछ गड़बड़ नजर आ रही. जबकि पिछले शनिवार को एक दिन में देश में रिकॉर्ड 12 लाख टेस्ट किए थे, सप्ताह-दर-सप्ताह सं. में थोड़ा गिरावट देखी गई है. पिछले 24 घंटों में 9,53,683 टेस्ट से इसकी कुल संख्या 6,62,79,462 तक हो गई है.
पॉजिटिविटी रेट
क्षमता से कम टेस्ट ने एक बार फिर पॉजिटिव दर पर दबाव डालना शुरू कर दिया है. यह अब 8.7 प्रतिशत है और वृद्धि पर है. यदि पॉजिटिव दर में वास्तव में वृद्धि का अनुमान है, तो आने वाले दिनों में टेस्टिंग की संख्या बहुत महत्वपूर्ण होगी.
भारत में ठीक होने वाले लोगों की संख्या लगातार पांचवें दिन नए मामलों से आगे है. पिछले 24 घंटों में देश में कुल 89,746 लोग ठीक हुए हैं, जबकि नए पुष्ट किए गए मामलों की संख्या 83,347 है. इसके साथ, कुल ठीक होने वालों की संख्या 45,87,613 है. ठीक होने वालों की दर आज 81.25 प्रतिशत रही और भारत में विश्व में ठीक होने के मामले सबसे ज्यादा हैं. दुनिया में ठीक होने वालों लोगों की संख्या का यह 19.5 प्रतिशत है.
कुल मामले
जबकि सरकार जिस रिकवरी दर और सक्रिय मामलों जैसे मापदंडों के पीछे छिपती है, वहीं तथ्य यह है कि केवल एक देश- अमेरिका में इस समय भारत से अधिक मामले हैं, जहां कुल 56,46,010 मामले रिकार्ड किए गए हैं, भारत में धीमी टेस्टिंट भी संदेह पैदा करती है.
अधिक मामलों वाले राज्य
तमिलनाडु में कुल 46,350 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से 5,337 पिछले 24 घंटों में रिपोर्ट किए गए हैं. राज्य में अब तक 5,52,674 मामले और 8,947 लोगों की मृत्यु रिपोर्ट की गई है. मृत्यु दर, 1.62 प्रतिशत पर है, जो राष्ट्रीय औसत से कुछ ही अधिक है.
आंध्र प्रदेश में कुल 6,39,302 मामले दर्ज किए गए हैं और दोगुने मामलों की दर 55 दिन से अधिक है. यह महाराष्ट्र के बाद देश में दूसरा सबसे बीमारी झेलने वाला राज्य है. हालांकि, मृत्यु दर का काफी मैनेज किया गया है, यह 0.85 प्रतिशत पर है.
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 18,390 मामले और 397 लोगों की मौत दर्ज की गई है. राज्य में कुल 12,42,770 मामले सामने आए हैं जिसमें 33,407 मौतें शामिल हैं. मृत्यु दर 2.72 प्रतिशत है.
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 5,722 मामले और 77 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है. राज्य में कुल मामले 3,64,543 हैं जिनमें से 63,148 सक्रिय मामले हैं. मृत्यु दर 1.43 प्रतिशत है.
कर्नाटक में मामलों के डबल होने की दर लगभग 43 दिन है और कुल 5,33,850 मामलों में से 93,172 सक्रिय मामले हैं. राज्य का सीएफआर 1.54 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत से कम है.
टेस्ट और पॉजिटिव मामले
पिछले 24 घंटों में, कर्नाटक द्वारा टेस्ट किए गए सभी नमूनों में से लगभग 12.5 प्रतिशत पॉजिटिव थे. महाराष्ट्र में 90,000 नमूनों के हर दिन टेस्ट किए जाने के बावजूद पॉजिटिव रेट 19.8 प्रतिशत है. हालांकि, डेटा के अभाव में, जो एंटीजन और RT-PCR परीक्षणों की गड़बड़ी का संकेत देता है, इन नंबरों का बहुत कम मतलब है.