नयी दिल्ली, 25 मई (भाषा) सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कोरोना महामारी की चुनौतियों का जिक्र करते हुए बुधवार को कहा कि किफायती मोबाइल उपकरणों के माध्यम से इंटरनेट के विकास ने मीडिया उद्योग को फिर से ऊर्जा दी है तथा 5जी प्रौद्योगिकी से मीडिया से जुड़ी सामग्री की गुणवत्ता में सुधार से उपयोगकर्ता को बेहतर अनुभव मिलेंगे।
ठाकुर ने 17वें एशिया मीडिया शिखर सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए यह बात कही।
सूचना प्रसारण मंत्रालय के बयान के अनुसार, अनुराग ठाकुर ने कहा कि मीडिया में आज तकनीक का अत्यधिक उपयोग हो रहा है तथा कई तरह के नवाचार हो रहे हैं ।
कोविड की चुनौतियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि किफायती मोबाइल उपकरणों के माध्यम से इंटरनेट के विकास ने मीडिया उद्योग को फिर से ऊर्जा दी है। उन्होंने कहा कि 5जी प्रौद्योगिकी के माध्यम से वितरण की गति में वृद्धि और मीडिया से जुड़ी सामग्री की गुणवत्ता में सुधार होगा और इससे उपयोगकर्ता के अनुभव बेहतर होंगे ।
ठाकुर ने कहा कि तकनीकी प्रगति चाहे जो भी हो, लेकिन इसके मूल में हमेशा विषय सामग्री की प्रामाणिकता ही रहेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम सूचना के मुक्त प्रवाह के अधिकार के बारे में बात कर सकते हैं, लेकिन हमें सही सूचना के प्रसार की आवश्यकता के बारे में भी बात करने की जरूरत है।’’
मंत्री ने कोविड-19 महामारी के कठिन समय में भारतीय मीडिया द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की और कहा कि मीडिया ने यह सुनिश्चित किया कि देश में सभी लोगों तक कोविड जागरूकता संदेश, महत्वपूर्ण सरकारी दिशा-निर्देश और डॉक्टरों के साथ मुफ्त परामर्श आसानी से पहुंचें।
उन्होंने महामारी को लेकर कुछ गलत सूचनाओं के संबंध में कहा कि अपुष्ट दावों और मीडिया में प्रसारित ऐसे गलत सामग्री ने लोगों में अत्यधिक भय का माहौल पैदा कर दिया था। उन्होंने इस संबंध में पत्र सूचना कार्यालय की फैक्ट चेक इकाई के योगदान का भी जिक्र किया।
कोविड रोधी टीकाकरण अभियान का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस प्रयास में, भारतीय मीडिया ने लोगों को कोरोनावायरस के खिलाफ टीकाकरण के लाभ के बारे में शिक्षित करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें कई अवरोधों का सामना करना पड़ा। सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक टीके के प्रति दुविधा की भावना थी। इसे मीडिया ने सही संदेशों और शिक्षा के जरिए दूर किया।’’
ठाकुर ने कहा कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्द्धन को प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के अनुरूप राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन के तहत विभिन्न भाषाओं एवं शैलियों की 2200 से अधिक फिल्मों की पुरानी भव्यता को बहाल किया जाएगा।
भाषा दीपक दीपक वैभव
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