चंडीगढ़ : पंजाब में कोविड-19 संबंधी 40 प्रतिशत मौत पिछले 44 दिन में हुई हैं जिससे राज्य में महामारी की दूसरी लहर की भयावहता का पता चलता है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य में 31 मार्च तक कोरोनावायरस संक्रमण से 6,868 लोगों की मौत हुई थी. 14 मई को यह आंकड़ा बढ़कर कुल 11,477 लोगों की मौत का हो गया, यानी इस साल अप्रैल से लेकर कुल मौतों के आंकड़े में 4,609 की वृद्धि हुई.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने पूर्व में कहा था कि गंभीर लक्षण वाले तथा अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों का अस्पताल देर से पहुंचना मौतों का मुख्य कारण है.
पंजाब में 11 मई को महामारी से रिकॉर्ड 217 लोगों की मौत हुई. पिछले कई दिन से राज्य में हर रोज 100 से अधिक लोगों की मौत कोविड-19 की वजह से हो रही है.
लुधियाना पंजाब के सर्वाधिक प्रभावित जिलों में शामिल है जहां इस साल एक अप्रैल से 14 मई तक 538 लोगों की मौत हुई है। इस अवधि में अमृतसर में 515 लोगों की मौत महामारी से हुई है.
इसी अवधि में, पटियाला में 396, बठिंडा में 349, मोहाली में 307 और जालंधर में 301 लोगों की मौत हुई है.
अधिकारियों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मृत्युदर 2.6 प्रतिशत है, जबकि नगरीय क्षेत्रों में यह दर 0.8 प्रतिशत है.
पंजाब में इसके अलावा, पिछले 44 दिन में संक्रमण के 2,44,250 नए मामले सामने आए हैं.
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में महामारी के कुल मामलों की संख्या 31 मार्च तक 2,39,734 थी जो एक अप्रैल से 14 मई के बीच बढ़कर 4,83,984 तक पहुंच गई.
लुधियाना, मोहाली, बठिंडा, पटियाला, जालंधर और कुछ अन्य जिलों में संक्रमण के मामलों में काफी वृद्धि हुई है.
पंजाब में गत शुक्रवार को संक्रमण दर लगभग 11 प्रतिशत थी.