ग्वालियर (मध्य प्रदेश): प्रवासी मजदूरों से भरी एक बस मंगलवार की सुबह ग्वालियर के पास पलट गई. हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई जबकि आठ अन्य घायल हो गये. हादसा ग्वालियर-झांसी राजमार्ग पर जौरासी घाटी के पास एक मोड़ पर सुबह करीब नौ बजे हुआ.
Madhya Pradesh: Three people died after a bus carrying migrants to Chhatarpur and Tikamgarh from Delhi, overturned in Jorasi of Gwalior district. Details awaited. pic.twitter.com/HPUc6y2po0
— ANI (@ANI) April 20, 2021
दिल्ली में लॉकडाउन होने के बाद बस प्रवासी मजदूरों को लेकर मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ होते हुए छतरपुर जा रही थी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस में 100 से ज्यादा लोग सवार थे.
मध्य प्रदेश सीएमओ की तरफ से आए बयान में कहा गया, ‘मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर-झांसी मार्ग पर हुई बस दुर्घटना में कई अमूल्य जिंदगियों के असमय काल मृत्यु होने पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने मृतक के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है. घायलों को समुचित इलाज और सहायता उपलब्ध कराई जा रही है.’
ग्वालियर जिले के पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया, ‘मंगलवार सुबह करीब नौ बजे ग्वालियर-झांसी राजमार्ग के जौरासी घाटी मोड़ पर यात्रियों से भरी एक बस पलट गई. बस दिल्ली से प्रवासी मजदूरों को लेकर टीकमगढ़-छतरपुर जा रही थी.’
उन्होंने कहा कि इस हादसे में दो यात्रियों की मौत हुई है और करीब आठ लोग घायल हुए हैं. इन सभी घायलों को मेडिकल कॉलेज के जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सांघी ने बताया कि अन्य यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था की गयी है.
उन्होंने कहा, ‘इस बस में क्षमता से ज्यादा यात्री सवार थे, इसकी जांच की जाएगी. लेकिन, फिलहाल घायलों के इलाज और सभी मजदूरों को घर भेजने पर ध्यान दिया जा रहा है.’
इसी बीच, हादसे के तुरंत बाद मध्य प्रदेश के अपर परिवहन आयुक्त अरविंद सक्सेना मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि हादसे के बाद विभाग तुरंत कदम उठाया है और दिल्ली सहित अन्य राज्यों से कहा है कि लॉकडाउन के कारण जिन बसों से प्रवासी मजदूर घर वापस जा रहे हैं, उनकी जानकारी विभाग को दी जाए, ताकि राज्य की सीमा में उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया जा सके.
सक्सेना ने कहा इस बस में क्षमता से ज्यादा यात्री सवार थे, यानि ओवरलोड थी. इसकी जांच की जा रही है और बस में सवार मजदूरों से बात करके जानकारी ली जा रही है.
जब सक्सेना से पूछा गया कि प्रदेश में ओवरलोड बसों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई तो उन्होंने कहा, ‘फरवरी के बाद पूरे राज्य में 24,000 बसों की जांच की गई और 3000 बसों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी गई और 2500 बसों के परमिट भी निरस्त किए गए.’
वहीं, बस में सवार एक यात्री गनपत लाल ने बताया, ‘बस में ड्राइवर के साथ पूरे स्टाफ ने धौलपुर में रात में खाना खाया और शराब पी. धौलपुर में ही बस ड्राइवर ने एक ट्रक में टक्कर मार दी, उसके बाद यहां ग्वालियर के पास बस पलटा दी. इस बस में 100 से ज्यादा यात्री सवार थे और बस की छत पर भी यात्री बैठे थे. दिल्ली से टीकमगढ़ के बस के कंडक्टर ने 700 रुपए प्रति यात्री की वसूली की.’
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