भुवनेश्वर, सात मार्च (भाषा) भारतीय नौसेना के 2,966 अग्निवीर शुक्रवार को ओडिशा स्थित नौसेना के प्रमुख प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस चिल्का से उत्तीर्ण हुए। इन अग्निवीरों में 402 महिलाएं भी शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, 288 वरिष्ठ रंगरूट (चिकित्सा सहायक) और 227 नाविक भी इस अवसर पर प्रशिक्षण पूरा किया।
पासिंग आउट परेड 16 सप्ताह के कठोर नौसैनिक प्रशिक्षण के समापन का प्रतीक थी और यह सूर्यास्त के बाद एक अनूठे समारोह में आयोजित की गई थी।
परेड का निरीक्षण वाइस एडमिरल वी. श्रीनिवास ने किया, जबकि आईएनएस चिल्का के कमांडिंग ऑफिसर ने इसका संचालन किया तथा दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ कमोडोर बी. दीपक अनील भी इस मौके पर उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में स्नातकों के परिवार के सदस्य भी मौजूद थे। आधिकारिक बयान के अनुसार, पासिंग आउट परेड न केवल प्रारंभिक प्रशिक्षण के सफल समापन का प्रतीक है, बल्कि भारतीय नौसेना के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत भी है।
इसमें कहा गया है कि भारतीय नौसेना इन पुरुषों और महिलाओं को युद्ध के लिए तैयार करने, विश्वसनीय, एकजुट और भविष्य के लिए तैयार बल में बदलने के लिए लैंगिक रूप से तटस्थ वातावरण पर जोर देती है।
अपने संबोधन के दौरान, दक्षिणी नौसेना कमान के कमांडिंग-इन-चीफ ने पाठ्यक्रम को कड़ी मेहनत, अनुशासन और प्रतिबद्धता के साथ सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए प्रशिक्षुओं को बधाई दी।
उन्होंने अग्निवीरों को उनके कौशल को निखारने और तकनीकी रूप से जागरूक होने के साथ-साथ नौसेना के कर्तव्य, सम्मान और साहस के मूल मूल्यों को आत्मसात करने पर जोर दिया।
भाषा प्रशांत संतोष
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