औरैया: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि पिछले 10 से 12 दिनों से हो रही मूसलधार बारिश के चलते यमुना और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ के हालात बन गए हैं, जिससे राज्य के 21 ज़िले प्रभावित हुए हैं.
सीएम योगी ने यहां मीडिया से बातचीत में बताया कि औरैया ज़िले में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान 113 मीटर को पार कर 117 मीटर तक पहुंच गया है.
उन्होंने कहा, “पिछले 10-12 दिनों में अत्यधिक वर्षा के कारण यमुना और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ की गंभीर स्थिति उत्पन्न हुई है. वर्तमान में प्रदेश के 21 ज़िले बाढ़ से प्रभावित हैं.”
सीएम योगी ने बताया कि राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें तैनात की गई हैं. उन्होंने कहा, “बाढ़ राहत कार्यों को गति देने के लिए 16 टीमें एनडीआरएफ, 18 टीमें एसडीआरएफ और पीएसी की अलग-अलग टीमें विभिन्न ज़िलों में लगाई गई हैं.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सभी प्रभारी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने ज़िलों में डेरा डालें और राहत कार्यों की निगरानी करें.
उन्होंने बताया, “जिन लोगों को घर से बाहर रहना पड़ रहा है, उनके लिए राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है, जहां भोजन, दवाइयों और पेयजल की पूरी सुविधा दी जा रही है. जो लोग गांवों में ही रुके हुए हैं, उनके लिए भी सुरक्षात्मक उपाय किए गए हैं, बड़ी नावों और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता दी जा रही है. उन्होंने कहा, “जिन परिवारों में जनहानि हुई है, उन्हें आपदा राहत कोष से 4 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है. जिनके मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत मकान उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.”
इधर, वाराणसी ज़िले में बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए 5 और 6 अगस्त को कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों (सभी बोर्डों) में छुट्टी की घोषणा की गई है. ज़िला विद्यालय निरीक्षक ने इसकी पुष्टि की.
सोमवार को उत्तर प्रदेश के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने वाराणसी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. लगातार भारी बारिश और गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण वाराणसी शहर के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं. गंगा का जलस्तर शनिवार से लगातार बढ़ रहा है. हालात को देखते हुए गंगा में चलने वाली सभी नावों पर फिलहाल रोक लगा दी गई है.