गोण्डा (उप्र), 25 अप्रैल (भाषा)। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को कहा कि सरकार ने वर्ष 2025 तक जानलेवा बीमारी टीबी के राज्य से पूर्ण खात्मे का संकल्प लिया है।
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ ही ग्राम पंचायत, विकास, राजस्व, पुलिस, बाल विकास एवं पुष्टाहार आदि विभागों के ग्राम पंचायत स्तरीय कर्मचारियों के माध्यम से टीबी मरीजों को चिह्नित कर एक-एक मरीज को अधिकारियों एवं कर्मचारियों को गोद लेने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि ऐसा करके संबंधित मरीजों का सुव्यस्थित इलाज करके इस जानलेवा बीमारी से राज्य को मुक्ति दिलाई जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। वह आज मनकापुर स्थित आईटीआई परिसर में भाजपा के केन्द्रीय प्रशिक्षण विभाग द्वारा आयोजित जिला प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करने आए थे।
उपमुख्यमंत्री ने जिले के सर्किट हाउस में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शासन द्वारा संचालित विकास कार्यक्रमों एवं योजनाओं की समीक्षा करने के बाद पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में 100 दिन की कार्ययोजना तैयार की है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री के समक्ष अनेक विभागों का प्रस्तुतीकरण हो चुका है। हम समाज के सभी जाति, धर्म, सम्प्रदाय के लोगों के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा पूर्ण प्रयास है कि प्रदेश की जनता को शुद्ध पेयजल, बिजली की अबाध आपूर्ति, निःशुल्क तथा गुणवत्ता पूर्ण चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हों। स्कूल समय से खोले जाएं।’’
पाठक ने कहा, ‘‘शिक्षकों व बच्चों की उपस्थिति रहे। छात्र छात्राओं को मानक के अनुरूप मध्याह्न भोजन प्राप्त हो। किशोरों को कोविड का वैक्सीन लगवाकर उनका जोखिम कम किया जाये।
स्वास्थ्य, चिकित्सा एवं परिवार कल्याण विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रदेश के विभागीय अधिकारियों व चिकित्सकों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि सभी सरकारी अस्पतालों में ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों व पैरा-मेडिकल स्टाफ का नाम, पद नाम और ड्यूटी पर मौजूद रहने का समय अनिवार्य रूप से नोटिस बोर्ड पर दर्ज किया जाये, जिससे तीमारदारों को उनके बारे में जानकारी मिल सके।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी/पीएचसी) पर दवा की उपलब्धता के साथ ही साफ-सफाई, पेयजल आदि की उत्तम व्यवस्था होनी चाहिए।
बाद में उपमुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का भी निरीक्षण किया तथा समय सीमा के अन्दर गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया।
भाषा सं जफर
सुरेश
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