सुकमा, तीन सितंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बुधवार को 20 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया, जिनमें से 11 पर कुल 33 लाख रुपये का इनाम था। पुलिस ने यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया कि 20 नक्सलियों में से नौ महिलाएं हैं, जिनमें पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन नंबर 1 की एक सदस्य भी शामिल है। पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि उन्होंने ‘खोखली’ माओवादी विचारधारा, निर्दोष आदिवासियों पर नक्सलियों के अत्याचारों और प्रतिबंधित संगठन में बढ़ते आंतरिक मतभेदों से निराशा का हवाला देते हुए वरिष्ठ पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले लोग राज्य सरकार की ‘नियाद नेल्लनार’ (आपका अच्छा गांव) योजना से भी प्रभावित थे, जिसका उद्देश्य दूरदराज के गांवों में विकास कार्यों को सुविधाजनक बनाना और नयी आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति को अमल में लाना है।
अधिकारी ने बताया कि माओवादियों की पीएलजीए बटालियन नंबर 1 की सदस्य शर्मिला उर्फ उइका भीमे (25) और माओवादियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन की सदस्य ताती कोसी उर्फ परमिला (20) पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था।
उन्होंने बताया कि एक अन्य माओवादी मुचाकी हिड़मा (54) पर पांच लाख रुपये का इनाम था। चार नक्सलियों पर 4-4 लाख रुपये और चार पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था।
उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 50-50 हजार रुपये की सहायता दी गई है और सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा।
चव्हाण ने प्रतिबंधित माओवादी संगठन से जुड़े सभी लोगों से हिंसा छोड़ने की अपील की और उन्हें सुरक्षा और सम्मानजनक जीवन का आश्वासन दिया।
भाषा जोहेब मनीषा
मनीषा
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