अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश): अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में कोरोना का कहर जारी है. विश्वविद्यालय में 16वीं मौत के बाद रविवार को वाइस चांसलर ने कोविड स्वरूप के जांच की मांग की.
कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय और उसके आसपास के वातावरण में वायरस के स्वरूपों की जांच कराने का अनुरोध किया है.
After 16 deaths in faculty recently, AMU vice chancellor urges ICMR to study if a mutant #coronavirus variant is the cause
— Press Trust of India (@PTI_News) May 9, 2021
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक को आज, रविवार को भेजे गये पत्र में कुलपति प्रोफेसर मंसूर ने आशंका व्यक्त की है कि एएमयू परिसर और आसपास के इलाकों में कोरोना वायरस के एक विशेष स्वरूप से होने वाले संक्रमण के कारण मौतें हो रही हैं.
उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला, जोकि कोविड नामित प्रयोगशाला है, इस शहर में पाए जाने वाले स्वरूप के वायरल जीनोम अनुक्रमण को ट्रेस करने के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक एंड इंटीग्रेटेड बायोलॉजी प्रयोगशाला, नई दिल्ली को नमूने भेज रहा है.
कुलपति ने कहा कि वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने में यह कारगर होगा. उन्होंने पत्र में यह भी कहा कि पिछले 18 दिनों में कोविड से एएमयू के 16 लोगों की मौत हुई है.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रमुख प्रो शादाब खान की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण शुक्रवार को मृत्यु हो गयी. खान एएमयू के 15 वें अध्यापक थे जिनकी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मृत्यु हुई.
एएमयू के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज इस समय ऑक्सीजन के संकट से जूझ रहा है और पिछले 12 दिनों से अस्पताल को लगातार प्रयासों के बावजूद बाहर से ऑक्सीजन का एक भी सिलेंडर नहीं मिला.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)