गुवाहाटीः नागालैंड को मोन जिले में शनिवार रात में सुरक्षाबलों द्वारा की गई गोलीबारी में 13 नागरिकों की जान चली गई. नाम न बताने की शर्त पर जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबल के जवान अभी वहां मौजूद हैं और जांच-पड़ताल जारी है. हम वहां पर पहुंचे और वापस आ गए. आस पास के गांवों में 13 नागरिकों की मौत हुई है.
घटना रात के साढ़े नौ बजे की है जब मजदूरों का एक ग्रुप कोल माइन के पास एक गांव से होकर गुज़र रहा था. मोन जिला राज्य का सबसे पूर्वी जिला है. इस जिले में कोनयाक जनजाति का बाहुल्य है.
मुख्यमंत्री ने की निंदा
नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने रविवार को इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताते हुए इसकी काफी आलोचना की है. सभी लोगों से शांति की अपील करते हुए उन्होंने ट्वीट करके मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय एसआईटी बनाई जाएगी ताकि कानून के अनुसार पीड़ितों को न्याय दिया जा सके.
‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ का आदेश
मामले में सेना ने ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ का रविवार को आदेश दिया. सैन्य अधिकारियों ने बताया कि म्यांमार की सीमा से लगने वाले मोन जिले में उग्रवादियों की संभावित गतिविधियों की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान चलाया गया था.
सेना ने एक बयान में कहा, ‘यह घटना और इसके बाद जो हुआ, वह अत्यंत खेदजनक है. लोगों की मौत की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ के जरिए उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी.’ इसने कहा कि सुरक्षाकर्मी अभियान में गंभीर रूप से घायल हुए हैं और एक जवान की मौत हो गई है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे को घटना की जानकारी दी गई है.
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