डिब्रूगढ़ (असम), 26 जून (भाषा) असम के डिब्रूगढ़ शहर में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए जल निकासी प्रणाली के निर्माण के वास्ते अधिकारियों ने 128 साल पुरानी चौलखोवा जामा मस्जिद को ध्वस्त कर दिया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
डिब्रूगढ़ नगर निगम बोर्ड के आयुक्त जय विकास ने कहा कि डिब्रूगढ़ में कृत्रिम बाढ़ की समस्या के निदान के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जिला प्रशासन ने बोकुल से सेसा ब्रिज तक एक प्रमुख जल निकासी प्रणाली के निर्माण के लिए सोमवार को मस्जिद को ध्वस्त कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मस्जिद गिराए जाने की कार्रवाई में भूमि अधिग्रहण सहित विधिक प्रक्रियाओं का पालन किया गया तथा अधिगृहीत भूमि के लिए मुआवजे की प्रक्रिया जारी है।’’
विकास ने इस प्रक्रिया के दौरान सहयोग के लिए स्थानीय जनता का भी आभार जताया।
उन्होंने कहा, ‘‘मस्जिद गिराए जाने के बाद एक वर्ग सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैला रहा है कि मस्जिद को जिला प्रशासन ने जबरन गिरा दिया है। हालांकि, ऐसा नहीं है। समुदाय ने हमारा पूरा समर्थन किया।’’
चौलखोवा जमात कमेटी के अध्यक्ष लियाकत अली ने कहा कि मस्जिद को खाली नहीं कराया गया, बल्कि वैध भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के बाद आपसी सहमति के आधार पर उसे ध्वस्त कर दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह निर्णय शहर के व्यापक हित में लिया गया है, क्योंकि नयी जल निकासी प्रणाली डिब्रूगढ़ की बाढ़ शमन योजना का एक महत्वपूर्ण आयाम है।’’
बोकुल से सेसा नदी तक दूसरे जल निकासी मार्ग के निर्माण से बाढ़ के लिहाज से संवदेनशील शहर में जलभराव में उल्लेखनीय कमी आने और शहरी बुनियादी ढांचे में सुधार होने की उम्मीद है।
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